उत्तराखंड, देहरादून : देहरादून में कई जमीनो के कूटरचित विलेख व अन्य प्रपत्रों को तैयार कर उन्हे रजिस्ट्रार कार्यालय मे सम्बन्धित रजिस्टरों में फर्जी व्यक्तियो के नाम पर दर्ज कर जमीनों की खरीद फरोख्त का फर्जीवाड़ा प्रकाश में आने पर रजिस्ट्रार कार्यालय के सहायक महानिरीक्षक निबन्धन संदीप श्रीवास्तव द्वारा कोतवाली नगर देहरादून में अब तक 09 अभियोग पंजीकृत कराये जा चुके है। जिनमें SIT टीम द्वारा लगातार अथक प्रयासों से साक्ष्य संकलन कर गहन विवेचना की जा रही है। प्रकरण में अब तक 13 अभियुक्तों की गिरफ्तारी की जा चुकी है, जिनसे पूछताछ में उक्त जमीनो के फर्जीवाडे में और भी अभियुक्तों के नाम प्रकाश में आ रहे है।
बीते 6 अक्टूबर को गिरफ्तार अभियुक्त अजय मोहन पालिवाल से गहन पूछताछ में यह बात प्रकाश में आयी कि अभियुक्त फॉरेन्सिक एक्सपर्ट था जिसने अभियुक्त कमल बिरमानी, के0पी0 सिंह आदि के साथ मिलकर कई जमींनो के फर्जी विलेख पत्रों में फर्जी राइटिंग एवं हस्ताक्षर बनाये थे, जिसका प्रयोग कर अभियुक्तगणों द्वारा फर्जी तरीके से जमीनो को बेच कर करोड़ो रूपये कमाये गये । पूछताछ में अजय मोहन पालीवाल द्वारा के0पी0 सिंह के कहने पर एक NRI महिला रक्षा सिन्हा की राजपुर रोड पर स्थित भूमि के कूटरचित विलेख पत्र रामरतन शर्मा के नाम से बनाकर देहरादून निवासी ओमवीर व मुजफ्फर नगर निवासी सतीश व संजय को दिये जाने की बात बताई गयी थी।
पुलिस को अजय मोहन पालीवाल के बयानों को तस्दीक करने पर ज्ञात हुआ कि राजपुर रोड मधुबन होटल के सामने एन0आर0आई0 महिला रक्षा सिन्हा की करीब दो ढाई बीघा भूमि है, जिसके कूटरचित दस्तावेजो को रजिस्ट्रार कार्यालय में सम्बन्धित रजिस्टर में लगा देने के सम्बन्ध में सहायक महानिरीक्षक निबन्धन द्वारा कोतवाली नगर में मु0अ0सं0 412/23 धारा 420, 467, 468, 471, 120बी भादवि पंजीकृत कराया गया है, जिसकी विवेचना SIT टीम द्वारा की जा रही है। अजय मोहन पालीवाल के बयानों के आधार पर SIT टीम द्वारा ओमवीर, सतीश व संजय के विरुद्ध साक्ष्य संकलन की कार्यवाही करते हुये उन्हे गिरफ्तार किया गया ।