हरिद्वार जिसको देवभूमि कहा जाता है जहा लाखों करोड़ों की संख्या में लोग स्नान करते है घूमने आते है जोकि हिंदुओं की धार्मिक जगह है। आज हरिद्वार में बुरी तरह से इधर उधर कूड़ा बिखरा हुआ है। हरिद्वार में सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट कंपनी ने भुगतान न होने पर नगर निगम क्षेत्र के 60 वार्डों से मंगलवार को कूड़ा उठाने का काम बिल्कुल बंद कर दिया। जिससे शहर में जगह-जगह गंदगी के ढेर नजर आने लग गए है। कंपनी कासा ग्रीन और केएल मदान का कहना है कि चार महीने से उन्हें किसी भी तरह का कोई भी भुगतान नहीं किया गया है। कंपनी का कहना है कि करोड़ों रुपये का भुगतान न होने पर दोनों कंपनी के करीब 250 कर्मचारियों के समान वेतन तक नहीं दिया जा रहा है और कूड़ा वाहनों का किराया निकालना भी मुश्किल हो गया था। जिससे मजबूर होकर उन्हें यह कदम उठाया है। शहर से प्रतिदिन करीब 220 मीट्रिक टन कूड़ा निकलता है और गंगा स्नान पर्व और अन्य मेलों के होने पर रोजाना 1200 मीट्रिक टन तक का कूड़ा हो जाता है। कूड़े के निस्तारण के लिए ट्रंचिंग ग्राउंड सराय में ट्रीटमेंट प्लांट भी लगाया है और वहां भी कूड़े के पहाड़ खड़े हैं। मेयर अनिता शर्मा का कहना कि भुगतान को लेकर अधिकारियों से बात की गई है और कंपनियों को जल्द उनका पूरा भुगतान कराया जाएगा। सफाई व्यवस्था को लेकर कर्मचारियों से बात की जा रही है।