प्रदेश में अधीनस्थ चयन सेवा आयोग उत्तराखंड देहरादून द्वारा 2021 स्नातक स्तरीय परीक्षाएं कराई थी परीक्षा में करीब 1.60 लाख युवाओं ने भाग लिया था परीक्षा परिणाम के बाद कई छात्र संगठनों ने परीक्षा को लेकर गड़बड़ी की बात मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के समक्ष रखी व ज्ञापन भी प्रेसित किया जिस पर पुलिस उपमहानिरीक्षक एसटीएफ , वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक स्पेशल टास्क फोर्स उत्तराखण्ड ने अलग-अलग टीमें बनाकर परीक्षा के सम्बन्ध में गोपनीय जानकारी कर अभी तक कुल 06 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया है जानकारी के तहत मनोज जोशी वर्ष 2018 तक रायपुर स्थित अधीनस्थ चयन सेवा आयोग में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी(पीआरडी) के रूप में तैनात था वर्ष 2018 में विभागीय शिकायत पर कर्मचारी को आयोग से हटा दिया गया कंपनी द्वारा अधीनस्थ चयन सेवा आयोग के गोपनीय कार्य किये जाते थे जिस वजह से जयजीत दास की जान पहचान मनोज जोशी से हुई थी परीक्षाओं के कार्यक्रम के सम्बन्ध में जानकारी हेतु आना जाना लगा रहता था जयजीत दास यूकेएसएससी में जाकर पेपरों की सेटिंग और अन्य तकनीकी चीजों के कारण परीक्षा के प्रश्न एक्सट्रैक्ट कर लेता था फिर उन प्रश्नों को मनोज जोशी कोचिंग डायरेक्टर कुलवीर सिंह चौहान, शूरवीर सिंह चौहान, गौरव आदि के माध्यम से परीक्षा में शामिल परीक्षार्थियों को परीक्षा की तारीख से ठीक 01 दिन पहले रामनगर स्थित एक रिसोर्ट में मनोज के नाम से 03 कमरे बुक कराकर रिसोर्ट में लीक प्रश्नों को याद कराकर छात्रों को अगली सुबह एग्जाम सेंटर तक छोड़ देते जयदीप पर शक होने पर छानबीन करके उनके कब्जे से लगभग 37.10 लाख रूपये कैश बरामद हुआ जो उनके द्वारा विभिन्न छात्रों से लिया गया था।