रिपोर्ट – कान्ता पाल
नैनीताल – उत्तराखंड उच्च न्यायालय से नैनीताल की सुखताल झील के सौंदयकरण कार्यों में लगी रोक हटने के बाद और तीन माह में सौंदयकरण के कार्यों को पूरा करने के निर्देशों के क्रम में आज कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने सुखताल झील का निरीक्षण किया।
बता दें कि कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने सूखाताल का स्थलीय निरीक्षण किया। इस दौरान जल संस्थान, कुमाऊँ मंडल विकास मंडल, विधुत विभाग से अधिकारी उपस्थित रहे। निरीक्षण के दौरान कुमाऊँ कमिश्नर दीपक रावत ने कहा सूखाताल झील के सौन्दर्यकरण एवं विकास कार्य नैनीताल शहर के लिए पर्यटन दृष्टि से भी महत्वपूर्ण कार्य है। प्रोजेक्ट की निगरानी पूरी गहतना से की जायेगी।
उन्होंने बताया कि पर्यटकों के आकर्षण के लिए क्षेत्र में 2 कृत्रिम झील बनाई जाएगी। जिसमें पर्यटकों के आकर्षण के लिए पाथवे व साहसिक खेल गतिविधियों के साथ ही बोटिंग की व्यवस्था की जाएगी। तो वहीं झील के आस-पास दुकानों का भी निर्माण किया जाना है, जिससे स्थानीय लोगों को भी रोजगार भी मिल सकेगा।