उत्तराखंड: महिला अपराध खूब ,सीएम आवास कूच !

उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में महिला उत्पीड़न व प्रदेश में हो रहे अपराध को लेकर महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष ज्योति रौतेला के नेतृत्व में पार्टी के सैकड़ों कार्यकर्ता और वरिष्ठ नेताओं ने मुख्यमंत्री आवास कूच किया। कांग्रेस ने कहा प्रदेश में अपराधियों में पुलिस का खौफ बिल्कुल नहीं है आज प्रदेश भर में महिलाएं बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं है महिलाओं के साथ उत्पीड़न के मामले भी लगातार बढ़ रहे हैं लेकिन सरकार इन घटनाओं को रोकने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है। सरकार का पूरा ध्यान प्रदेश की जनता को भ्रमित करने, रोज नए इवेंट और उसका झूठा प्रचार प्रसार करने में ही रहता है। प्रदेश में माताएं, बहनें और मासूम बेटियां नाकाम सुरक्षा व्यवस्था की शिकार हो रही हैं। कांग्रेस महिला उत्पीड़न निवारण प्रकोष्ठ मांग करता है कि प्रदेश के सभी जिलों में महिलाओं की सुरक्षा के प्रति प्रशासन अपनी जवाब देही तय करे, अन्यथा कांग्रेस महिला उत्पीड़न निवारण प्रकोष्ठ को बड़ा जन आंदोलन करने के लिए बाध्य होना पड़ेगा। वही बीजेपी का कहना है कांग्रेस के पास कोई ठोस मुद्दा नही है। धामी सरकार प्रदेश हो रहे अपराधों को रोकने के लिये ही सख्त कानून प्रदेश में लेकर आई है।

उत्तराखंड कांग्रेस महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष ज्योति रौतेला के नेतृत्व में पार्टी के सैकड़ों कार्यकर्ता और वरिष्ठ नेताओं ने मुख्यमंत्री आवास कूच किया। इस दौरान कांग्रेस ने बीजेपी सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। कांग्रेस की रैली राजपुर रोड स्थित कांग्रेस भवन से होते हुए दिलाराम चौक होते हुए हाथी बड़कला पहुंची। हाथी बड़कला में पहले से ही मौजूद पुलिस ने कांग्रेसियों को बैरिकेडिंग लगाकर रोक दिया। इसके बाद प्रदर्शनकारी महिलाएं सड़क पर ही बैठ गईं और प्रदेश में अपराध बढ़ने का आरोप लगाकर विरोध करना शुरू कर दिया और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करने लगीं। पुलिस ने मुख्यमंत्री आवास की तरफ कूच कर रही कांग्रेस की महिला प्रदर्शनकारियों को बलपूर्वक रोका। इस दौरान पुलिस और कांग्रेस महिला कार्यकर्ताओं के बीच तीखी नोकझोंक भी हुई। महिला कांग्रेस की अध्यक्ष ज्योति रौतेला ने महिला सुरक्षा को लेकर सरकार पर जमकर हमला बोला। कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने आरोप लगाया सरकार महिलाओं को सुरक्षा देने में पूरी तरह से नाकाम साबित हुई है। उत्तराखंड में महिलाओं के खिलाफ लगातार अपराध बढ़ रहा है।

वही कांग्रेस ने कहा अंकिता भंडारी को अभी तक न्याय नहीं मिल पाया है। ज्योति रौतेला ने आरोप लगाते हुए कहा कि अंकिता हत्याकांड में तथाकथित वीआईपी को सरकार बचा रही है। इसके बाद अल्मोड़ा, चम्पावत, हरिद्वार, उधमसिंह नगर और देहरादून जिले में आईएसबीटी के अंदर भी बेटियों के साथ अत्याचार हुआ। यह लड़ाई महिला कांग्रेस की ही नहीं बल्कि यह उन महिलाओं की लड़ाई है जो बीजेपी के नेताओं के उत्पीड़न का शिकार हुई हैं। इस दौरान महिला कांग्रेस की अध्यक्ष ने कहा कि राज्य में महिलाओं के साथ दुष्कर्म, उत्पीड़न और अत्याचार के मामले बढ़ रहे हैं। लेकिन सरकार महिलाओं के खिलाफ हो रही हिंसा को रोकने में नाकाम साबित हुई है।

आपको बता दें बीते दिनों ,तीन दिवसीय चले कांग्रेस के कुटुंभ कार्यक्रम में शीर्ष नेताओं को लेकर अपना कुणवा जुड़ने का प्रयास किया गया साथ ही बैठक में प्रदेश भाजपा की धामी सरकार की नीतियों के विरोध में व्यापक आंदोलन छेड़ने का निर्णय लिया गया। यह तय हुआ कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी गढ़वाल एवं कुमाऊं में बड़ी रैली करेगी। जिसकी शुरुआत आज महिला कांग्रेस आंदोलन से राजधानी में कर दी गई। आंदोलन में आज महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराध शामिल रहे। आपको बता दे कांग्रेस को बीते लम्बे समय से प्रदेश की राजनिति में बड़ा नुकसान हुआ है इसका कारण भीतर घात माना गया है इस समय कांग्रेस के हाथ खाली है और 2027 भी दूर। यही वजह हे अब कांग्रेस मुख्य विपक्षी दल की भूमिका को गहनता से समझते हुए सरकार को घेरने में जुट गया है बरहाल देखना होगा क्या सरकार को घेरने के साथ आम जनता का मन भी आगामी 2027 के लिए जीत पायेगा या नहीं।

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