KNEWS DESK- ईद -उल – अजहा का पर्व आज धूमधाम से मनाया जा रहा है| इस दिन को त्याग और कुर्बानी के नाम से जाना जाता है| इस पर्व को बकरा ईद के नाम से भी जाना जाता है| सोमवार को देहरादून की प्रमुख इर्दगाहों और मस्जिदों में जोर- शोर से नमाज़ हुई| आज के दिन नमाज पढ़ने के साथ साथ लोग एक दूसरे को गले मिलकर बधाई दे रहे हैं| पुलिस और सरकार की तरफ से सुरक्षा और ट्रैफिक पर रोक लगाने के लिए काफी इंतज़ाम किये गए हैं। देश के कई राज्यों में आज के दिन बैंक बंद हैं| जमीयत उलमा ए हिंद देहरादून एवं मदरसा दार ए अरक़म की ओर से 72 जगहों पर नमाज़ की पूरी व्यवस्था की गई है|
उत्तराखंड में ईद -उल -अजहा का पर्व काफी धूम धाम से मनाया गया। गढ़वाल से हरिद्वार तक इसकी ख़ुशी देखने को मिली। देहरादून के चकराता रोड में सुबह साढ़े आठ बजे ईदगाह में, मुस्लिम कॉलोनी में साढ़े सात बजे, जामा मस्जिद पलटन बाजार में नौ बजे, ईदगाह सुभाष नगर माजरा में सात बजे नमाज़ हुई| ईद के त्यौहार को देखते हुए बाजार में बढ़ी रौनक, कपड़े, बर्तन, मिठाई, इत्र अदि की खरीदारी जारी| बकरीद पर्व हर्षल्लास से मनाया जा रहा है|
बधाई देने के बाद कुर्बानी दी गयी| परिवार के साथ साथ बच्चे भी नमाज़ पढ़ने पहुंचे और अमन चैन की दुआएं मांगी गयी| तकरीर में शहर काजी मोहम्मद अहमद कासमी ने कहा- कुर्बानी के मायने खुदा को राज़ी करना है| हमें एक दूसरे के काम आना चाहिए और इंसान को इंसान के लिए हमेशा हर परिस्तिथि में खड़ा रहना चाहिए। बेहतरीन इंसान वही है, जो किसी को नुकसान न पहुँचाये। ईदगाह के आस पास काफी सुरक्षा तैनात कराई गयी| अधिकारी भी पल पल का जायजा लेते रहे। इस तरह बकरीद का यह पर्व जोर- शोर से मनाया गया।