उत्तराखंड: चुनावी मैदान टिकटों पर घमासान!

उत्तराखंड- उत्तराखंड में लोकसभा चुनाव के लिए तमाम राजनीतिक दलों का प्रत्याशियों पर मंथन जारी है। इसके तहत प्रत्याशियों के चयन के पहले चरण में भाजपा ने उत्तराखंड में नया प्रयोग करने से परहेज किया है। टिहरी, नैनीताल और अल्मोड़ा लोकसभा सीट पर चार-चार विधायकों की दावेदारी के बावजूद भाजपा ने सिटिंग सांसदों पर ही दांव खेलने का फैसला किया। वही हरिद्वार और पौड़ी लोकसभा सीट पर भाजपा का मंथन चल रहा है। भाजपा जीत को लेकर काफी आश्वस्त है हालांकि कांग्रेस का तर्क है कि लोकसभा चुनाव के लिए पांच सालों से लापता तीन चेहरे घोषित कर भाजपा आधी चुनावी जंग तो पहले ही हार गई है। वहीं माना जा रहा है कि राज्य में लोकसभा चुनाव के लिए आचार संहिता लागू होने से पहले ही टिहरी, नैनीताल और अल्मोड़ा सीट पर प्रत्याशियों की घोषणा कर भाजपा ने मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस पर दबाव बढ़ा दिया है। वही कांग्रेस का अब तक प्रत्याशियों को लेकर चल रहा मंथन अब तक जारी है। इसके लिए कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक छह मार्च को होनी है। इसके बाद केंद्रीय चुनाव समिति के जरिए टिकट फाइनल होने हैं। ऐसे में कांग्रेस की ओर से प्रत्याशियों की घोषणा में अभी समय लगने की संभावना जताई जा रही है। इसके साथ ही यूकेडी बसपा समेत अन्य राजनीतिक दल भी प्रत्याशियों पर मंथन कर रहे हैं सवाल यह है कि आखिर क्यों विपक्ष अब तक अपने प्रत्याशियों की घोषणा नहीं कर पाया है। सवाल ये भी है कि क्या हरिद्वार सांसद डॉ.रमेश पोखरियाल निशंक और पौड़ी सांसद तीरथ सिंह रावत का टिकट संकट में है।

वहीं एक तरफ जहां उत्तराखंड में भाजपा ने पांच लोकसभा सीटों में से तीन सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर अपने विपक्षी दलों से एक कदम आगे बढ़ा दिए है। तो दूसरी तरफ तमाम विपक्षी दल अपने प्रत्याशियों पर अब तक मंथन कर रहे हैं। इसके तहत मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस अबतक प्रत्याशियों को लेकर असमंजस कि स्थिति में चल रही है। प्रत्याशियों के चयन के लिए कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक छह मार्च को होनी है। इसके बाद केंद्रीय चुनाव समिति के जरिए टिकट फाइनल होने हैं। ऐसे में कांग्रेस की ओर से प्रत्याशियों की घोषणा में अभी समय लगने की संभावना जताई जा रही है। इसके साथ ही यूकेडी बसपा समेत अन्य राजनीतिक दल भी प्रत्याशियों पर मंथन कर रहे हैं।

कुल मिलाकर लोकसभा चुनाव की आचार संहिता की घोषणा कभी भी हो सकती है। ऐसे में विपक्षी दलों की ओर से अब तक प्रत्याशियों पर मंथन से विपक्षी दलों के चुनाव की तैयारियों पर सवाल उठ रहे है। जबकि भाजपा अपने 195 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर अपने विरोधी दलों से  एक कदम आगे निकल गई है।
सवाल यह है कि आखिर क्यों विपक्ष अब तक अपने प्रत्याशियों की घोषणा नहीं कर पाया है? सवाल ये भी है कि क्या हरिद्वार सांसद डॉ.रमेश पोखरियाल निशंक और पौड़ी सांसद तीरथ सिंह रावत का टिकट संकट में है देखना होगा 24 का दंगल किसको जीत का स्वाद चखाता है और किसको हार से सामना कराता है?

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