डिजिटल डेस्क- धर्मांतरण के काले खेल के बाद सुर्खियों में आये जमालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए बलरामपुर के उतरौला में छांगुर बाबा के अलावा उसके सहयोगियों की संपत्ति पर भी बुलडोजर चला है। बाबा छांगुर की इमारत के अवैध हिस्से को प्रशासन ने बुलडोजर कार्रवाई कर गिरवाया है। पुलिस की इस कार्रवाई के बाद क्षेत्र में हड़कंप मच गया। बताया जा रहा है कि छांगुर बाबा की ये प्रॉपर्टी तकरीबन 100 करोड़ की है।
ध्वस्तीकरण से पहले जारी किया गया था नोटिस
जानकारी के अनुसार ध्वस्तीकरण से पहले प्रशासन ने नोटिस जारी किया था। नोटिस में 7 दिन का समय दिया गया था। जारी नोटिस में चेतावनी दी गई थी कि अवैध अतिक्रमण हटाए, अन्यथा कोठी को बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया जाएगा। अब इस कोठी पर बुलडोजर चला दिया गया है। यह कोठी ग्राम सभा की जमीन पर बनी थी। ये मधपुर की गाटा संख्या 337/370 की 0.0060 हेक्टेयर सरकारी जमीन पर अवैध रूप से बनाई गई थी।
ध्वस्तीकरण से पहले कमरे की गहन तलाशी
मंगलवार सुबह प्रशासनिक दल जब तीन बुलडोजर के साथ कोठी पर पहुंचा तो गेट पर मजबूत ताला लगा हुआ था। अधिकारियों ने ताला तोड़कर घर के अंदर प्रवेश किया और कमरा-टू-रूम सर्च ऑपरेशन चलाया। सूत्रों के मुताबिक, आशंका थी कि कोठी में किसी को बंधक बनाकर रखा गया हो।
यूएई में भी नेटवर्क था छांगुर बाबा का
छांगुर बाबा की करीबी नीतू नवीन रोहरा के यूएई (संयुक्त अरब अमीरात) के नेटवर्क को एटीएस खंगाल रही है। दरअसल, सातवीं कक्षा पास नीतू ने 2014 से 2019 तक 19 बार यूएई की यात्रा की, जिसकी वजह का अभी तक खुलासा नहीं हुआ है। इसी तरह नवीन घनश्याम रोहरा ने भी 2016 से 2020 के बीच 19 बार यूएई की यात्रा की। पति-पत्नी होने के बावजूद दोनों केवल 8 अप्रैल, 2017 को एक बार साथ में गए थे, लेकिन वापसी अलग-अलग की थी। सूत्रों की मानें तो छांगुर बाबा के गिरोह का नेटवर्क यूएई में भी है।