बुद्ध पूर्णिमा की बधाई देते हुए मायावती ने कसा विपक्षी दलों पर तंज, सभी विपक्षी पार्टियां वोट के लिए माथा टेकती हैं

KNEWS DESK- उत्तर प्रदेश की पूूर्व मुख्यमंत्री और बसपा सुप्रीमो मायावती ने बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर सभी देशवासियों को बधाई देते हुए विपक्षी दलों पर जमकर निशाना साधा। मायावती ने विपक्षी दलों के द्वारा महापुरूषों की प्रतिमा पर माल्यार्पण और माथा टेकने को ढोंग बताते हुए इसे वोट के लिए करने की बात कही। मायावती ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि बसपा सच्चे मन से महापुरूषों का आदर और सम्मान करती है जबकि अन्य विपक्षी दल केवल वोट के लिए ही माथा टेकते हैं। उन्होंने पाकिस्तान को भी नसीहत देते हुए कहा कि गौतम बुद्ध से पड़ोसी देशों को भी नसीहत लेनी चाहिए।

अप्प दीपो भवः’ अर्थात शिक्षित बनो

बसपा सुप्रीमो मायावती ने पोस्ट में लिखा कि सत्य, अहिंसा, भाईचारा व मानवता के आदर्श ज्योति को दुनिया भर में फैलाकर भारत को जगदगुरु का सम्मान दिलाने वाले तथागत गौतम बुद्ध को आज उनकी जयन्ती पर शत्-शत् नमन। देश और दुनिया में रहने वाले उनके समस्त अनुयाइयों को ‘बुद्ध पूर्णिमा’ की हार्दिक बधाई एवं आतंक और द्वेष आदि से मुक्त सुखी और समृद्ध जीवन की शुभकामनाएं। उन्होंने कहा कि गौतम बुद्ध के ‘अप्प दीपो भवः’ अर्थात शिक्षित बनो, खुद ऊपर उठो व अपना प्रकाश स्वयं बनो के सिद्धान्त से ही देश आत्मनिर्भर एवं महान बनेगा। बसपा यूपी में रही अपनी सभी चार सरकारों के दौरान गौतम बुद्ध के आदर्शों पर चलकर सामाजिक परिवर्तन का युग लाने का प्रयास किया, जबकि दूसरी पार्टियां राजनीतिक स्वार्थ के लिए उन्हें माथा टेकते रहते हैं। महान सन्तों, गुरुओं और महापुरुषों के बताए रास्ते पर सही से चलकर लोगों के जीवन को सुखी व सम्पन्न बनाना ही सच्चा राजधर्म। पड़ोसी देशों को भी इससे प्रेरणा लेनी चाहिए।

न्याय व कानून का बुरा हाल

उन्होने आगे लिखा कि बसपा की सरकार में यूपी में पहली बार क़ानून द्वारा क़ानून का राज स्थापित करके सबको न्याय व सबके साथ न्याय’ का संविधानिक लक्ष्य/धर्म निभाया गया, जबकि बाद में दूसरी पार्टियों की सरकार में न्याय व क़ानून-व्यवस्था का बुरा हाल। गौतम बुद्ध के आदर्शों के तहत बसपा सरकार ने यूपी के गाँव व ग़रीबों के हित व कल्याण के लिए भी अनेकों योजनाओं को प्रभावी रूप से ज़मीन पर लागू करके ग्रामीण भारत को भी खुश व खुशहाल बनाने का प्रयास किया, जो अच्छे दिन की मिसाल कायम की।