जब सब लोग कथा सुन सकते हैं तो सब बोल क्यों नहीं सकते….. प्रेस कांफ्रेंस में जमकर बरसे अखिलेश

डिजिटल डेस्क- इटावा में कथावाचक के साथ पिटाई, चोटी काटने और पैर छुआने की घटना ने राजनीतिक तुल पकड़ लिया है। मंगलवार को पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने प्रेस वार्ता कर योगी सरकार को जमकर घेरा और इस घटना के पीड़ित के साथ खड़े दिखाई दिए। प्रेस वार्ता के दौरान अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार पीडीए समुदाय को डरा-धमका रही है और कथावाचन में एकाधिकार स्थापित करने की कोशिश कर रही है।

बीजेपी जाएगी तो चैन आएगा

प्रेस वार्ता में अखिलेश यादव ने कहा कि लोगों ने इसको (कथावाच) व्यवसाय बना लिया है। ऐसे लोगों की वजह से इटावा की घटना घटित हुई है। सरकार ऐसा कानून लेकर आए कि कथा वाचन का काम एक वर्ग विशेष के लोग ही कर सकते हैं। उन्होंने आगे कहा कि ये लोग पीडीए समाज का उत्पीड़न कर रहे हैं। ऐसे लोगों को सरकार का संरक्षण है। देश की सर्वोच्च सीट पर बैठने वालों के साथ ऐसा अन्याय हुआ है। पीडीए समाज पर मनोवैज्ञानिक दबाव बनाने के लिए ऐसा किया जा रहा है। सपा प्रमुख ने कहा कि ऐसी घटना के बाद पीडीए समाज एकजुट हो रहा है. जवाब दिया जाएगा। बीजेपी जाएगी तो चैन आएगा।

सब कथा सुन सकते हैं तो सब बोल क्यों नहीं सकते?

अखिलेश यादव ने कहा कि जब कथा सुन सकते हैं तो सब बोल क्यों नहीं सकते। भगवत कथा भगवान कृष्ण से जुड़ी है। अगर सच्चे कृष्ण भक्तों को ही कथा करने से रोका जाएगा तो कोई क्यों अपमान सहे। उन्होंने कहा कि कुछ लोग कथा वाचन में एकाधिकार बनाए रखना चाहते हैं। वर्चस्वादी लोग ऐसा चाहते हैं।