डिजिटल डेस्क- कौशांबी जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां देर शाम एक महिला का शव बाइक पर ले जाया जाता दिखा।राहगीरों ने इस नजारे का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया, जिसके बाद पूरे इलाके में चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है। वायरल वीडियो की जांच में पता चला कि घटना कड़ा धाम थाना क्षेत्र के मोहब्बतपुर जीता गांव की है। शव गांव की ही रहने वाली 47 वर्षीय बुधरानी पत्नी छंगूलाल का था। जानकारी के अनुसार, मृतका के पति और बेटे बाहर रहकर नौकरी करते हैं, जबकि वह घर पर अकेली रहती थीं। शनिवार सुबह जब उन्होंने दरवाजा नहीं खोला तो पड़ोसियों को शक हुआ। दरवाजा खोलने पर महिला का शव फांसी के फंदे से लटकता मिला।
हत्या का आरोप, अंतिम संस्कार से इंकार
पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। वहीं मृतका के मायके पक्ष ने जेठ और देवर पर हत्या का आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज करने की मांग की। पोस्टमार्टम के बाद जब शव गांव लाया गया तो पति और मायके वालों ने अंतिम संस्कार करने से साफ मना कर दिया। उन्होंने कहा कि यह आत्महत्या नहीं बल्कि हत्या है, और जब तक मुकदमा दर्ज नहीं होगा तब तक अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा। इस बीच लोगों ने थाने के पास शव रखकर हंगामा भी किया।
जबरन अंतिम संस्कार कराने का आरोप
मृतका के भाई ने आरोप लगाया कि उसकी बहन का जेठ और देवर से विवाद चल रहा था। कुछ दिन पहले ही उसने फोन पर कहा था कि उसे मारने की साजिश रची जा रही है। परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव को ऑटो रिक्शा से थाने लाकर, ग्राम प्रधान के साथ मिलकर जबरन अंतिम संस्कार कराया। इतना ही नहीं, ग्राम प्रधान ने धमकी भी दी कि “तुम 7-8 लोग हो, बचकर नहीं जा पाओगे।”
प्रशासन की सफाई
इस पूरे प्रकरण पर डीएम कौशांबी मधुसूदन हुल्गी ने कहा कि स्वास्थ्य महकमे में एंबुलेंस 24 घंटे उपलब्ध है और मामले की जांच प्रशासन की मदद से कराई जाएगी। जो भी रिपोर्ट सामने आएगी, उसी के आधार पर आगे की कार्रवाई होगी। वहीं डीएसपी सिराथू सत्येन्द्र तिवारी का कहना है कि मायके और ससुराल पक्ष में अंतिम संस्कार को लेकर विवाद था, बाद में दोनों पक्षों की सहमति से शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया।