डिजिटल डेस्क- उन्नाव जिले के औरास सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) से एक बड़ा मामला सामने आया है, जहां एक डॉक्टर पर फार्मा कंपनी से 20 हजार रुपये सुविधा शुल्क लेने का गंभीर आरोप साबित होने के बाद तत्काल प्रभाव से उनका तबादला कर दिया गया है। स्वास्थ्य विभाग ने पूरे प्रकरण को गंभीर मानते हुए तेज कार्रवाई की है। मामला उस समय उजागर हुआ जब हसनगंज के रामपुर निवासी अंकुश ने आईजीआरएस के माध्यम से शिकायत दर्ज कराई कि औरास सीएचसी में तैनात डॉ. शोएब मरीजों को महंगी दवाएं लिखते हैं और इसके बदले फार्मा कंपनी से पैसे लेते हैं। शिकायत में यह भी आरोप था कि डॉक्टर मरीजों को जरूरत से ज्यादा दवाएं प्राइवेट मेडिकल स्टोर्स से खरीदने के लिए मजबूर करते हैं।
सीएमओ ने गठित की जांच टीम
शिकायत मिलते ही मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) ने जांच टीम गठित की। जांच के दौरान डॉक्टर शोएब के पिछले तीन महीनों के बैंक खाते की स्टेटमेंट खंगाली गई। बैंक विवरण में यह स्पष्ट पाया गया कि डॉक्टर के सैलरी वाले अकाउंट में फार्मा कंपनी से 20,000 रुपये का भुगतान हुआ है।

विभागीय जांच में यह लेन-देन संदेहास्पद पाया गया। जांच रिपोर्ट सीएमओ कार्यालय पहुंचते ही सोमवार को त्वरित कार्रवाई करते हुए डॉ. शोएब को औरास सीएचसी से हटाकर ऊंचगांव सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में स्थानांतरित कर दिया गया। आदेश में स्पष्ट कहा गया है कि मरीजों से संबंधित किसी भी प्रकार की अनियमितता या दवा कंपनियों से अवांछित लाभ लेना गंभीर कदाचार की श्रेणी में आता है और इस पर शून्य सहनशीलता की नीति लागू होगी।
डॉक्टर के खिलाफ हो सकती है कारर्वाई
स्वास्थ्य विभाग सूत्रों के अनुसार, डॉक्टर के खिलाफ आगे और भी विभागीय कार्रवाई हो सकती है। यदि आवश्यक हुआ तो स्वास्थ्य विभाग शासन को सिफारिश भी भेज सकता है। विभाग ने यह भी संकेत दिए हैं कि इस तरह के मामलों में अन्य डॉक्टरों के खातों की भी समीक्षा की जा सकती है, ताकि भ्रष्टाचार पर रोक लग सके।