बाराबंकी- उत्तर प्रदेश के समाज कल्याण राज्यमंत्री असीम अरुण आज बाराबंकी के रामनगर में कार्यक्रम में सम्मिलित होने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने रामनगर पीजी कॉलेज में बने समाज कल्याण छात्रावास का निरीक्षण किया। इस निरीक्षण में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा छात्रावास के रंग-रोगन एवं रखरखाव तथा कायाकल्प के लिए ₹5 लाख जारी किए गए थे, जिसके क्रम में इस खर्च में घोटाला पाया गया, जिस पर राज्यमंत्री के तेवर चढ़ गए और मंत्री ने समाज कल्याण सुषमा वर्मा एवं छात्रावास अधीक्षक संतोष कन्नौजिया को निलंबित करते हुए इस पूरे मामले की जांच डिप्टी डायरेक्टर अयोध्या को सौंप दी है।
5 लाख का हुआ घोटाला, पूछने पर दिखाते रहे बिजली के तार
समाज कल्याण राज्यमंत्री असीम अरुण ने रामनगर पीजी कॉलेज में लैब का उद्घाटन किया और इसी दौरान निरीक्षण करते हुए उन्होंने देखा कि सरकार द्वारा जारी किए गए ₹500000 की धनराशि में घोटाला किया गया है। राज्यमंत्री असीम अरुण ने जानकारी देते हुए बताया कि इस पूरे मामले में जिम्मेदार संतोषजनक जवाब नहीं दे सके और ₹500000 खर्च का संतोषजनक विवरण भी प्रस्तुत नहीं कर सके और सिर्फ बिजली के तार दिखाते रहे।

घोटालेबाजों से होगी रिकवरी
राज्यमंत्री असीम अरुण ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने छात्रावासों के कायाकल्प के लिए बड़ी मात्रा में धनराशि जारी की है ताकि विद्यार्थी अपनी शिक्षा प्राप्त में कोई बाधा ना पाए लेकिन ऐसे गैर जिम्मेदार अधिकारी जो शासकीय धन का दुरुपयोग कर रहे हैं उनके विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जाएगी। यहीं नहीं राज्यमंत्री ने यह भी बताया कि अभी छात्रावासों को कायाकल्प के लिए 10 लाख रुपए और दिया जाएगा, लेकिन इस पूरे मामले में पूर्व धनराशि की रिकवरी भी की जाएगी।