औरैया, अछल्दा के गांव वैशोली निवासी एक दलित छात्र की मौत हो गई थी। शिक्षक की पिटाई से मौत का आरोप लगा था। मौत के बाद हुए बवाल व आगजनी के बाद जिला प्रशासन ने तीन लाख की मुआवजा राशि की चेक दी थी।
घटना के चार माह बीत जाने के पर तीन लाख की चैक का भुगतान न होने पर छात्र के पिता ने जिला प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए। यूपी कांग्रेस के ट्वीट के बाद जिला प्रशासन हरकत में आया। DM ने बताया कि छात्र की मौत का कारण लिवर इंफेक्शन है। इसलिए एक लाख का मुआवजा दिया गया और तीन लाख मुआवजा की चेक निरस्त कर दी गई।
*शिक्षक की पिटाई से छात्र की मौत का लगा था आरोप*
बीते सितंबर माह में वेशोली गांव के 10वीं का छात्र निखित की मौत हो गई थी। शिक्षक अश्विनी सिंह पर पिटाई का आरोप लगा था। पिटाई के बाद मौत का आरोप लगाकर बड़ा हंगामा हुआ गुस्साए परिजनों ने आगजनी कर दी। जिला प्रशासन ने ग्रामीणों को समझाया। DM प्रकाश चंद्र श्रीवास्तव ने परिवार को तीन लाख मुआवजा की चैक दी।
*पीड़ित पिता ने सोशल मीडिया पर वीडियो किया वायरल*
चैक क्लीयर न होने पर मृतक छात्र के पिता ने जिला प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाकर एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। इस पर यूपी कांग्रेस ने ट्वीट कर दिया।
*DM ने वीडियो जारी कर नकारे आरोप*
इसके बाद DM पीसी श्रीवास्तव ने सफाई देते हुए कहा कि छात्र के चाचा को बताया गया था कि जो भी धाराएं लगी हैं समाज कल्याण विभाग अनुसूचित जनजाति अत्याचार उत्पीड़न अधिनियम के तह़त जो भी उचित धनराशि देता है वह सीधे खाता में देता है। चैक उन्हें विश्वास के लिए दिया गया था। और उनसे कहा गया था कि जब धनराशि उनके खाता में आ जाए तो वो चैक वापस कर दे। बाद में जो मुख्य धारा 304 जांच में हट गई। छात्र की मौत लीवर रोग के कारण हुई। पुलिस जांच में मार पीट की बात सामने आई जिसका 1लाख की धन राशि समाज कल्याण विभाग द्वारा पीड़ित परिवार के सीधे खाता में डाल दी गई और चैक बाउंस नही हुई है। पीड़ित परिवार द्वारा वापस न करने पर उसे निरस्त कर दी गई है।