शर्मनाकः बेटे ने थामी बीमार माँ की खून की बोतल, पिता खींचता रहा स्ट्रेचर, बेहतर स्वास्थ्य के दावों की खुली पोल

KNEWS DESK- सरकार भले ही बेहतर स्वास्थ्य और सुलभ स्वास्थ्य का कितना ही ढोंग क्यों न रच ले। बड़े-बड़े अधिकारी और मंत्री भले ही चाहे क्यों न हजारों दौरे कर ले और सबकुछ अच्छा है का सर्टीफिकेट दे दें पर अक्सर कुछ ऐसी ही तस्वीरें सामने आ ही जाती है जिससे सरकार, मंत्रियों और अधिकारियों की पोल खुल जाती है। ऐसा ही एक तस्वीर झांसी स्थित रानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज की आई है। जहां एक लाचार पिता और मजबूर बेटा सरकार को आईना दिखा रहे हैं और कह रहे हैं कि सरकार ऐसा दिखावा मत करो कि प्रदेश में बेहतर इलाज मिलता है। इस मेडिकल कॉलेज की एक तस्वीर सामने आई है। जिसमें एक मासूम बच्चा अपनी मां को खून चढ़ते वक्त खून की बोतल पकड़े हुए नजर आ रहा है। जबकि उसकी पति स्ट्रेचर खींचता नजर आ रहा है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रही तस्वीर ने प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

अपनी पत्नी को स्ट्रेचर पर ले जाता पति

मिली जानकारी के अनुसार मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले की रहने वाली 35 वर्षीय शकुंतला नायक को बीते 3 मई को गंभीर हालत में झांसी लाया गया था। आंतों में इंफेक्शन की शिकायत पर उन्हें वार्ड नंबर दो में भर्ती किया गया। परिजनों के मुताबिक 8 मई को जब डॉक्टरों ने खून चढ़ाने की सलाह दी, उसी समय महिला को एक्स-रे के लिए रेडियोलॉजी विभाग भेजा गया। इस दौरान अस्पताल स्टाफ का कोई सदस्य मरीज को साथ नहीं ले गया। लाचार पति ने खुद स्ट्रेचर खींचा और 9 वर्षीय बेटा सौरभ हाथ में खून की बोतल थामे साथ चलता रहा। इस नजारे को किसी ने कैमरे में कैद कर सोशल मीडिया पर डाला, जिसके बाद मामले ने तूल पकड़ लिया।

पांच कर्मचारियों को जिम्मेदार ठहराया गया

प्राचार्य डॉ. मयंक सिंह के निर्देश पर सीएमएस डॉ. सचिन माहुर ने तत्काल जांच शुरू की। प्राथमिक जांच में सामने आया कि खून चढ़ते वक्त मरीज को जांच के लिए भेजा जाना चिकित्सा नियमों का गंभीर उल्लंघन है। इसके लिए पांच कर्मचारियों को जिम्मेदार ठहराया गया है।

दो का रूका वेतन, दो की सेवा समाप्त व एक हुई निलंबित

सिस्टर इंचार्ज सोनिया कासिफ और स्टाफ नर्स पुष्पा  का वेतन तत्काल प्रभाव से रोका गया है और उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।आउटसोर्स स्टाफ नर्स पूजा भट्ट और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी लक्ष्मी की सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं। चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी रोशन को निलंबित किया गया है।