रिश्ते हुए शर्मसारः मामी ने ही कराया था भांजे का अपहरण, 05 माह बाद पुलिस ने किया बच्चे को सकुशल बरामद

प्रशांत सोनी- कासगंज कोतवाली पुलिस व सर्विलांस टीम ने रिश्तों को तार-तार करने बाली एक घटना का खुलासा किया है। पुलिस टीम ने कोतवाली क्षेत्र से लगभग 5 माह पूर्व अपहरण हुए चार वर्षीय बालक को सकुशल बरामद कर लिया है, वहीं पुलिस ने इस मामले में बालक की मामी सहित चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बच्चों को उसके परिजनों के सुपुर्द किया है। बता दें कि कासगंज कोतवाली क्षेत्र के गांव लालपुर निवासी आशा देवी पत्नी सुधीर ने बीती 5 मार्च को कोतवाली कासगंज में लिखित तारीख देकर बताया था कि उसका 4 वर्षीय भांजा चन्द्रन पुत्र धर्मेन्द्र उसके साथ रह रहा था। बीती 02 मार्च को घर के पास रेलवे लाइन की तरफ खेल रहा था। जब बहुत देर तक घर वापस नहीं आया तो वादिया ने उसे काफी ढूंढा पर वह नहीं मिला है। पुलिस ने तहरीर के आधार पर मामला दर्ज कर कार्रवाई प्रारंभ कर दी थी, वहीं पुलिस अधीक्षक कासगंज अंकिता शर्मा ने मामले को गंभीरता से लेते हुए थाना कासगंज एवं सर्विलांस की संयुक्त टीम का गठन कर जल्द से जल्द बालक की सकुशल बरामदगी के निर्देश दिए थे।

तेलंगाना से हुई बच्चे की बरामदगी

वहीं एसपी अंकिता शर्मा ने प्रेस वार्ता कर बताया कि गठित टीमों द्वारा किए जा रहे सार्थक प्रयासों के क्रम में बीती 15 अगस्त को अपहृत बालक चंदन को ग्राम कुमायागुंड, तालिया, तेलंगाना राज्य से सकुशल बरामद करने में सफलता प्राप्त हुई। विवेचना के दौरान अपह्रत बालक की मां ईशू देवी पत्नी धर्मेन्द्र से पूछताछ की गयी।

सीसीटीवी फुटेज एवं सर्विलांस की मदद से यह तथ्य प्रकाश में आये कि मुकदमा उपरोक्त की वादिया आशा देवी के दामाद मोनू पाठक उसकी पुत्री नेहा पाठक एवं राघवेन्द्र पूर्व में जनपद हाथरस के थाना हाथरस जंक्शन पर बच्चा चोरी के मामले में पंजीकृत अभियोग में गिरफ्तार होकर अलीगढ़ जेल में निरूद्ध है एवं आशा देवी वर्तमान में अवैध गांजा तस्करी के मामले में विशाखापत्तनम जेल में निरूद्ध है।

अनाथ बताकर 4 लाख में बेचा था

इन चारों से की गयी पूछताछ में यह बात संज्ञान में आयी कि उक्त चारों अभियुक्तों द्वारा मिलकर योजना के तहत अपहर्त बालक चन्दन को अनाथ बताकर 04 लाख रूपये में तेलंगाना राज्य के थाना रामनापेट गांव कुमायागुड तालिया के त्रिमलेश पुत्र मलाय को बेच दिया था। पुलिस ने वहीं पुलिस ने बच्चों को उसके माता-पिता की सुपुर्द कर दिया है।