डिजिटल डेस्क- ख़बर उन्नाव से है, जहां जिला पंचायत में ठेकेदारों ने अवर अभियंता को जमकर पीटा। जेई द्वारा गुणवत्ताहीन कार्य का भुगतान करने से मना पर सात पर मारपीट, सरकारी कार्य में बाधा व एससीएसटी एक्ट की रिपोर्ट दर्ज कराई है। उधर, ठेकेदारों का कहना है कि अभियंता द्वारा कमीशन मांगा जा रहा था। न देने पर कार्य में खामियां निकालकर भुगतान रोका जा रहा था। बृहस्पतिवार दोपहर करीब तीन बजे जिला पंचायत कार्यालय में कार्य अधिकारी के ट्रेनिंग में होने के कारण उनके कक्ष में जेई आनंद नारायण, एई अभिषेक मल्ल व अवर अभियंता प्रदुम्य त्रिपाठी के साथ बैठे थे। इसी बीच ठेकेदार प्रभात सिंह, कुश सिंह, प्रतीक सिंह, रिंकू शुक्ला, सत्येंद्र सिंह व जालापुर प्रधान के साथ हिलौली में बनाए गए नाले सहित अन्य कार्यों के रुके भुगतान कराने के लिए कक्ष में पहुंचे। जेई आनंद नारायण का कहना है कि कार्य गुणवत्ताहीन बताकर भुगतान न करने की बात कही। इस पर वह लोग मारपीट करने लगे। मारपीट में चोटें आईं। दूसरे अभियंताओं ने बचाव का प्रयास किया तो उनके साथ भी मारपीट की गई। सूचना पर कोतवाल संजीव कुशवाहा पहुंचे और जांच शुरू कर दी है।
घटना का डीवीआर गायब
बता दें कि शाम करीब पांच बजे अपर मुख्य अधिकारी वर्तिका अभियंताओं के साथ कोतवाली पहुंचीं और कोतवाल को तहरीर दी। इसी बीच एसडीएम क्षितिज द्विवेदी व सीओ सिटी दीपक यादव भी पहुंच गए। कोतवाल ने बताया कि तहरीर के आधार पर सात लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में रिपोर्ट दर्ज करके जांच की जा रही है। मारपीट का सीसीटीवी का डीवीआर भी गायब है। बताया जाता है कि जिला पंचायत में घंटों हंगामा चलता रहा और मारपीट होती रही। वहां पर लगे सीसीटीवी में यह सब रिकार्ड हो गया, लेकिन बाद में मारपीट के दौरान सीसीटीवी का किसी ने डीबीआर तक गायब कर दिया गया।

क्या कहा अपर मुख्य अधिकारी ने?
अपर मुख्य अधिकारी वर्तिका के अनुसार, घटना के समय कार्यालय में नहीं थी। नवाबगंज में एक कार्यक्रम में होने के दौरान मामले की जानकारी हुई है। मामला ठेकेदारों द्वारा कराए गए काम का एक समय बीत जाने के बाद निरीक्षण कर अधिकारियों के खामी निकालने व कमीशन से जुड़ा होने की जानकारी सामने आई है। मामले को दिखवाया जाएगा। जो गलत होगा, उसके खिलाफ कार्रवाई कराई जाएगी।