डिजिटल डेस्क- उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में तालकटोरा कर्बला से चोरी हुआ बेशकीमती घोड़ा आखिरकार पुलिस ने सकुशल बरामद कर लिया है। यह घोड़ा उन्नाव जिले के मौरावां इलाके से बरामद किया गया है। तालकटोरा थाना पुलिस ने देर रात करीब 3 बजे आरोपी के बताए गए स्थान पर पहुंचकर इस कार्रवाई को अंजाम दिया। इस मामले में पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार भी कर लिया है, जबकि उसका एक साथी फिलहाल फरार बताया जा रहा है। घोड़े की चोरी के बाद यह मामला खासा चर्चा में आ गया था, क्योंकि यह घोड़ा न सिर्फ आर्थिक रूप से कीमती था बल्कि शिया समुदाय की धार्मिक आस्था से भी जुड़ा हुआ है। पुलिस के अनुसार, आरोपी की पहचान सलमान उर्फ छोटू के रूप में हुई है। पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि उसने घोड़े को चोरी कर उन्नाव के मौरावां क्षेत्र में बेच दिया था।
घोड़े की तलाश में खंगाले गए 100 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज
घोड़े की तलाश के लिए तालकटोरा पुलिस ने काफी मेहनत की। पुलिस ने घटनास्थल और आसपास के इलाकों के 100 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली। सीसीटीवी फुटेज में एक व्यक्ति घोड़े को अपने साथ ले जाता हुआ साफ नजर आया। जब आरोपी का चेहरा स्पष्ट हुआ, तब पुलिस ने उसकी पहचान कर उसकी तलाश शुरू की। कई दिनों की जांच-पड़ताल और तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर पुलिस आखिरकार आरोपी तक पहुंचने में सफल रही। तालकटोरा पुलिस की एक टीम देर रात उन्नाव पहुंची और आरोपी की निशानदेही पर घोड़े को सुरक्षित बरामद कर लिया गया। घोड़े को उसके मालिक और पीड़ित पक्ष के सुपुर्द कर दिया गया है। घोड़ा मिलने के बाद पीड़ित पक्ष और शिया समुदाय के लोगों ने राहत की सांस ली। पीड़ित ने मीडिया और तालकटोरा पुलिस का आभार जताते हुए कहा कि पुलिस की तत्परता के कारण ही घोड़ा सुरक्षित वापस मिल सका।
साढ़े चार लाख की कीमत का है घोड़ा
पीड़ित पक्ष ने घोड़े की सुरक्षा को लेकर भी चिंता जताई। उनका कहना है कि तालकटोरा कर्बला परिसर में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने चाहिए और दिन-रात सुरक्षा के लिए गार्ड की तैनाती होनी चाहिए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों। चोरी के बाद घोड़ा ढूंढने वाले के लिए 50 हजार रुपये के इनाम की घोषणा की गई थी। इस इनाम की राशि किसे दी जाएगी, इसका फैसला पुलिस द्वारा किया जाएगा। बताया जा रहा है कि चोरी हुआ घोड़ा ईरानी नस्ल का था और उत्तराखंड से करीब साढ़े चार लाख रुपये में खरीदा गया था। आरोपी ने इसे मात्र डेढ़ लाख रुपये में बेच दिया था। चौंकाने वाली बात यह है कि आरोपी पहले घोड़ा मालिक के यहां काम कर चुका था, जिससे उसे घोड़े और उसकी देखभाल से जुड़ी पूरी जानकारी थी।