KULDEEP PANDIT- यूपी के बागपत में एटीएम में डालने के लिए 5.26 करोड़ रुपये बैंक से लेकर हड़पने वाले मुख्य आरोपियों रॉकी और गौरव की निशानदेही पर पुलिस को बड़ी कामयाबी हासिल हुई है। पुलिस ने शामली और बागपत से करीब 4 करोड़ 62 लाख रुपए बरामद किए हैं। कोर्ट से बागपत पुलिस को आरोपियों का पांच दिन का रिमांड मिला था, चौथे दिन पुलिस के हाथ ये सफलता लगी है। गौरव ने आरिफपुर खड़खड़ी गांव में अपने घर में गड्ढा खोदकर तो रॉकी ने अपने शामली जिले के गांव हसनपुर में खेत में रुपये दबाए हुए थे, जो पुलिस ने बरामद किए है।
दरअसल आपको बता दें कि रिमांड की अवधि पूरी होने पर सोमवार को दोनों शातिर आरोपियों के साथ ही चंडीगढ़ पुलिस के इंस्पेक्टर समेत सभी छह आरोपियों को जेल भेज दिया गया था। दोनों मुख्य आरोपी गौरव और रॉकी को 25 मार्च को तमंचे ओर कारतूस के साथ गिरफ्तार किए गया था। दरअसल, बागपत जिले के एटीएम में कैश डालने का काम मेरठ की एक निजी कम्पनी सीएमएस को मिला हुआ है। गौरव और रॉकी इसी कंपनी में एटीएम में केश डालने का काम करते थे। मार्च में उन्होंने बैंक से साढ़े पांच करोड़ रुपये निकाले मगर उन्हें एटीएम में नहीं डाला गया। एक साथ साढ़े पांच करोड़ गायब होने पर पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। जानकारी मिलते ही बैंक अधिकारियों की ओर से उनके खिलाफ बड़ौत कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया गया। जिसके बाद आरोपी पंजाब पुलिस के साथ सेटिंग करके जेल चले गए थे।
जांच में मुख्य आरोपियों और चंडीगढ़ पुलिस की सेटिंग का खुलासा होने पर चंडीगढ़ में भी एक ओर मुकदमा दर्ज किया गया। चंडीगढ़ पुलिस इंस्पेक्टर, दो सिपाहियों और मनीष निवासी जौहड़ी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। वहीं चंडीगढ़ जेल में बंद गौरव, रॉकी, इंस्पेक्टर समेत छह आरोपियों को बागपत में वारंट पर लाया गया और उनको बागपत जेल में शिफ्ट किया गया। इसके बाद कोर्ट से पांच दिन का रिमांड लेकर पुलिस ने छह आरोपियों को जेल से रिमांड पर लेकर पूछताछ शुरू की। जिसमें सबसे पहले कामयाबी आरोपी मनीष निवासी जौहड़ी की ओर से चंडीगढ़ में छिपाकर रखे 50 हजार रुपये को बरामद करके मिली। उसके बाद पुलिस ने अपनी जांच पड़ताल को ओर गहनता से शुरू किया तो चौकाने वाले खुलासे हुए ओर पुलिस ने करोड़ो की नगदी बरामद कर ली।