KNEWS DESK- सत्ता पक्ष के विधायक को नो पार्किंग जोन में गाड़ी खड़ी करना महंगा पड़ गया है। अलीगढ़ के इगलास से विधायक राजकुमार सहयोगी की गाड़ी को लखनऊ की यातायात पुलिस ले गई है। गाड़ी ले जाने के बाद विधायक ने सत्ता की धौस दिखाई। यातायात पुलिसकर्मियों पर विधायक की धौस का कोई प्रभाव नही हुआ है। क्रेन की मदद से गाड़ी टी प्वाइंट पर खड़ी कर दी गई है। लगभग 45 मिनट तक दोनों पक्षों में जोरदार बहस हुई है।
आपको बता दें कि यातायात पुलिस के जवान चालान भरने की जिद पर अड़े रहे है। आखिरकार 1100 रुपए का जुर्माना भरने के बाद विधायक राजकुमार सहयोगी की गाड़ी को जाने दिया गया है। नो पार्किंग जोन में खड़ी गाड़ियों के खिलाफ अभियान लगातार जारी है। ट्रैफिक पुलिस को नगर निगम का साथ भी मिल रहा है। बताया जाता है कि एक सप्ताह के अंदर करीब 1000 से ज्यादा गाड़ियों पर चालान की कार्रवाई हुई है। नो पार्किंग जोन में गाड़ियों के खड़ी होने से ट्रैफिक जाम लगता है। राजधानी में भीषण जाम को देखते हुए ट्रैफिक पुलिस की तरफ से 11 नो पार्किंग जोन घोषित किए गये हैं। अभी तक आरोप लगते थे कि VIP गाड़ियों को यातायात पुलिस नजरअंदाज कर देती है।
कानून की नजर में सब है एक समान बराबर
जानकारी के लिए बता दें कि ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने पर VIP गाड़ियों के खिलाफ जुर्माना नहीं लगता है। ताजा मामले में ट्रैफिक पुलिस के जवानों ने साबित कर दिया कि कानून से ऊपर कोई नहीं है।आम हो या खास कानून की नजर में सब बराबर हैं। इगलास विधानसभा से राजकुमार सहयोगी दूसरी बार विधायक चुने गये हैं। ट्रैफिक नियम के उल्लंघन करने पर कार्रवाई की चपेट में BJP विधायक भी आए हैं। 1100 जुर्माने की राशि वसूलने के बाद विधायक की गाड़ी को छोड़ा गया है।