लखनऊ करीब ढाई साल बाद कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी अपने दो दिन के अमेठी दौरे पर पहुंच रहे हैं. 17 और 18 दिसंबर को राहुल गांधी अमेठी में रहेंगे और इस दौरान उनकी बहन व कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी भी उनके साथ रहेंगी. राहुल गांधी 18 दिसंबर को यहां पर पदयात्रा भी करेंगे और भारतीय जनता पार्टी की सरकार को घेरने का काम भी करेंगे. बता दें कि राहुल गांधी ने ही उत्तर प्रदेश की कमान अपनी बहन प्रियंका गांधी के हाथों सौंपी थी जो उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव लड़ाने के लिए पूरे जी जान से जुटी हुई हैं.
अमेठी लोकसभा सीट कांग्रेस की परंपरागत सीट रही थी. यहां से लगातार कांग्रेस पार्टी के नेता चुनाव जीतते आ रहे थे, लेकिन साल 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी को वह दिन भी देखना पड़ा जिसकी बिल्कुल भी उम्मीद पार्टी नेताओं को नहीं थी. कांग्रेस के युवराज राहुल गांधी ही अमेठी सीट से चुनाव हार गए. उन्हें भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी स्मृति ईरानी ने बड़े अंतर से हरा दिया था. स्मृति ईरानी वर्तमान में केंद्रीय मंत्री हैं और लगातार अमेठी के दौरे भी कर रही हैं, जबकि राहुल गांधी ढाई साल बाद अमेठी आ रहे हैं. कांग्रेस पार्टी एक बार फिर अमेठी सीट अपने पाले में ही करना चाहती है और इसी को लेकर फिर से भाई और बहन की जोड़ी मैंदान में उतरकर अमेठी की जनता को कांग्रेस पार्टी के साथ जोड़ने की कवायद में जुट गई है. कांग्रेस के तमाम नेता और कार्यकर्ता भी लखनऊ से अमेठी जाने की तैयारी कर रहे हैं. बड़ी संख्या में यहां से कार्यकर्ता अमेठी पहुंचकर राहुल गांधी के साथ पैदल मार्च में हिस्सा लेंगे.
काफी समय बाद अमेठी पहुँचेगे राहुल गाँधी
कांग्रेस पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता पंकज तिवारी बताते हैं कि काफी लंबे समय बाद कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी अमेठी आ रहे हैं. उनके आगमन को लेकर कार्यकर्ताओं में काफी जोश है. दो दिन तक वे अमेठी में ही रहेंगे और उनके साथ पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी भी मौजूद रहेंगी. यहां पर वह 18 दिसंबर को हजारों की संख्या में कार्यकर्ताओं के साथ पैदल मार्च करेंगे जिससे एक बार फिर अपने ही घर में पार्टी मजबूत हो सकेगी.