डिजिटल डेस्क- लखनऊ में हनीट्रैप का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसमें एक केंद्रीय कर्मचारी ने युवती और उसके तीन साथियों पर बंधक बनाकर क्रूर तरीके से पीटने, लूटपाट करने और भारी रकम की फिरौती मांगने के गंभीर आरोप लगाए हैं। पीड़ित की शिकायत पर पीजीआई थाने में एफआईआर दर्ज कर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। पीजीआई इंस्पेक्टर धीरेंद्र कुमार सिंह के अनुसार पीड़ित आगरा के बैकुंठ धाम क्षेत्र का निवासी है और आर्मी बेस वर्कशॉप में कार्यरत है। लगभग तीन महीने पहले उसकी बातचीत टेलीग्राम ऐप पर ‘नैन्सी शर्मा’ नाम की एक युवती से शुरू हुई थी। धीरे-धीरे दोनों में नियमित बातचीत होने लगी। पीड़ित के अनुसार, युवती ने उसे मिलने के लिए दबाव बनाया और इसी क्रम में वह 26 नवंबर को लखनऊ के तेलीबाग इलाके में उससे मिलने पहुंच गया।
8 लाख से अधिक धनराशि करवाई ट्रांसफर
आरोप है कि जैसे ही वह वहां पहुँचा, नैन्सी ने पहले से मौजूद अपने तीन सहयोगियों के साथ मिलकर उसे पकड़ लिया और एक कमरे में बंद कर दिया। पीड़ित ने बताया कि आरोपी युवकों ने स्टील की रॉड से उसकी बेरहमी से पिटाई की, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। इसके बाद गैंग ने उसका मोबाइल छीन लिया और विभिन्न बैंक खातों में कुल 8 लाख 69 हजार रुपये ट्रांसफर करा लिए। यही नहीं, उसका एटीएम कार्ड, क्रेडिट कार्ड, महंगी घड़ी, दो सोने की अंगूठियां और एक चांदी की अंगूठी भी लूट ली। पीड़ित ने यह भी दावा किया कि आरोपियों ने उसके विभागीय पहचान पत्र और आधार कार्ड की फोटो ले ली। उसे निर्वस्त्र कर नैन्सी के साथ आपत्तिजनक फोटो और वीडियो शूट किए गए ताकि भविष्य में उसे ब्लैकमेल किया जा सके।
सादे कागज में लिखवाया मनचाहा बयान
बदमाशों ने तमंचा दिखाकर उसे धमकाया और 40 लाख रुपये की अतिरिक्त फिरौती की मांग की। इतना ही नहीं, उन्होंने उसे सादे कागज पर मनचाहे बयान लिखने के लिए भी मजबूर किया। पीड़ित के अनुसार, धमकियों के बीच आरोपी उसे छोड़कर फरार हो गए। किसी तरह पुलिस तक पहुंचकर उसने अपनी शिकायत दर्ज कराई। पुलिस अब पीड़ित का मेडिकल परीक्षण कराने की तैयारी में है और उसके बयान के आधार पर जांच को आगे बढ़ा रही है। इंस्पेक्टर के मुताबिक, आरोप बेहद गंभीर हैं और पुलिस सभी आरोपियों की पहचान और गिरफ्तारी की दिशा में काम कर रही है।