मनमाने ढंग से चल रहे ई रिक्शों पर यातायात पुलिस का एक्शन, 3 दिन में 300 ई रिक्शे किए गए सीज

डिजिटल डेस्क- कानपुर में बिना क्यूआर कोड वाले ई-रिक्शों के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई तेज हो गई है। रविवार से शुरू इस अभियान में ट्रैफिक के साथ सिविल पुलिस भी अब अपने-अपने थाना क्षेत्र में अवैध ई-रिक्शा के खिलाफ कार्रवाई करेगी। डीसीपी ट्रैफिक रविंद्र कुमार और एडीसीपी अर्चना सिंह खुद सड़क पर उतरकर ई-रिक्शों में क्यूआर कोड पॉलिसी को लागू कराने पर जोर दे रहे हैं, ताकि शहर की बिगड़ी यातायात व्यवस्था को दुरुस्त किया जा सके। एडीसीपी अर्चना सिंह ने बताया कि शहर में जाम की समस्या को देखते हुए ई-रिक्शा के 40 रूट निर्धारित किए हैं। साथ ही साथ 3 दिनों से वृहद अभियान चलाया जा रहा है। जिसमें ई रिक्शा के सभी प्रपत्र ड्राइविंग लाइसेंस आदि चेक किया जा रहे हैं। जिनके पेपर पूरे नहीं है उनके खिलाफ सीज की कार्रवाई की जा रही है। कमिश्नरेट के अधिकारियों का कहना है कि जो रिक्शा चालक रजिस्ट्रेशन कराने से वंचित रह गए हैं उनके लिए ट्रैफिक पुलिस लाइन और नगर निगम में अभी भी कैंप लगा हुआ है। बिना पंजीकरण के शहर में कोई भी ई-रिक्शा नहीं चलेगा।

70000 में सिर्फ 7500 ही हुए पंजीकृत

पुलिस अधिकारियों के मुताबिक शहर में लगभग 70000 ई-रिक्शा दौड़ रहे हैं और लगातार 1 माह से भी अधिक समय से कैंप लगाया जा रहा है और इसकी सूचना व्यापक रूप से ई-रिक्शा चालकों को विभिन्न माध्यमों से दी जा रही है। इसके बावजूद भी अभी तक मात्र 7500 ई-रिक्शा चालकों ने पंजीकरण कराया है। इसमें ई-रिक्शा चालकों की घोर लापरवाही है।

क्यूआर कोड से मिलेगी जानकारी

कानपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड (केएससीएल) के आईटी प्रभारी राहुल सब्बरवाल ने बताया कि शहर को चार जोनों और 40 रूटों में बांटा गया है। चारों रूटों के रंग अलग-अलग हैं। जिन ई-रिक्शों का दो जोनों वाले रूट के लिए पंजीकरण किया गया है, उनके क्यूआर कोड स्टीकर उन्हीं रूटों के दोनों रंगों से बनाए गए हैं। जल्द ही प्ले स्टोर से e-rickshawkanpur एप डाउनलोड होने लगेगा। इससे ई-रिक्शों पर लगा क्यूआर कोड स्कैन करते ही उसके मालिक का नाम व फोटो, चालक की फोटो सहित नाम, डीएल, आरसी, फिटनेस, बीमा की जानकारी मिल जाएगी।