डिजिटल डेस्क- रेलवे में लगातार हो रही चोरी और छिनैती की घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए जीआरपी कानपुर सेंट्रल ने बड़ी सफलता हासिल की है। वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश और सतत निगरानी के क्रम में सोमवार तड़के जीआरपी टीम ने तीन शातिर अपराधियों को गिरफ्तार किया है, जो ट्रेनों में यात्रियों को निशाना बनाकर चोरी और छिनैती की वारदातों को अंजाम देते थे। जानकारी के अनुसार, 15 दिसंबर की रात करीब 1:30 बजे कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन के हैरिशगंज पुल के आगे, जूही यार्ड की ओर जाने वाले पैदल मार्ग पर चेकिंग के दौरान जीआरपी टीम ने तीन संदिग्ध युवकों को पकड़ा। तलाशी के दौरान उनके कब्जे से चोरी और छिनैती के तीन महंगे मोबाइल फोन बरामद किए गए, जिनकी अनुमानित कीमत करीब एक लाख 65 हजार रुपये बताई जा रही है।
आउटर एरिया में छुपकर ट्रेनों को बनाते थे निशाना
पूछताछ में आरोपियों ने स्वीकार किया कि वे बेहद शातिर तरीके से वारदात को अंजाम देते थे। उनका तरीका यह था कि वे स्टेशन के आउटर एरिया में छिपकर उन ट्रेनों को निशाना बनाते थे, जिनकी रफ्तार धीमी होती थी। जैसे ही ट्रेन रुकने या गति कम करने की स्थिति में होती, ये आरोपी खिड़की या दरवाजे के पास बैठे यात्रियों का ध्यान भटकाकर उनका मोबाइल या अन्य सामान झपट लेते थे। इतना ही नहीं, कई बार ये आरोपी स्टेशन से ही यात्रियों के साथ ट्रेन में चढ़ जाते थे और आउटर क्षेत्र में पहुंचते ही, जहां ट्रेन की रफ्तार कम होती है, वहां मौका देखकर चोरी या छिनैती कर फरार हो जाते थे। भीड़ और अंधेरे का फायदा उठाकर ये आसानी से बच निकलते थे।
आरोपियों का आपराधिक इतिहास है पुराना
गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपी मैनपुरी जिले के रहने वाले हैं और सभी का आपराधिक इतिहास रहा है। पुलिस के अनुसार, इनमें से एक आरोपी पहले भी अवैध हथियार, शराब तस्करी और गंभीर अपराधों में शामिल रहा है। दूसरे आरोपी के खिलाफ चोरी, अवैध गतिविधियों और आर्म्स एक्ट से जुड़े कई मामले दर्ज रहे हैं। वहीं तीसरा आरोपी भी पहले चोरी और संपत्ति से जुड़े अपराधों में जेल जा चुका है। रेलवे पुलिस अधिकारियों ने बताया कि तीनों आरोपी लंबे समय से ट्रेन यात्रियों को अपना आसान शिकार बना रहे थे। उनकी गिरफ्तारी से रेलवे यात्रियों को बड़ी राहत मिलेगी। फिलहाल तीनों के खिलाफ आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जा रही है और उनके अन्य आपराधिक नेटवर्क की भी जांच की जा रही है।