SHIV SHANKAR SAVITA- कानपुर में रामनवमी के जु्लूस के दौरान माहौल बिगड़ने से बच गया। अराजकतत्वों द्वारा मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों में निकल रही जुलूस यात्रा पर पथराव की अफवाग आग की तरह पूरे शहर में फैल गई। पथराव की अफवाह से हिंदू संगठन के कार्यकर्ता सड़कों पर उतर आये। अफवाह फैलते ही पुलिस प्रशासन बिना देर किये पथराव की सूचना वाली जगह पहुंच गया और हालात को बिगड़ने से बचा लिये।
मामला रविवार देर रात कानपुर के मेस्टन रोड का है। मेस्टन रोड में रविवार की देर रामनवमी के अवसर पर जुलूस यात्रा निकल रही थी। ऐसे में रामनवमी की यात्रा में पथराव की अफवाह अराजकतत्वों ने फैला दी। पथराव की सूचना पर पुलिस के हाथ-पांव फूल गये। इधर पथराव की अफवाह फैलते ही सद्भावना चौकी से मूलगंज और यतीमखाने तक बाजार बंद हो गई। उधर पुलिस के आलाधिकारी भी मौके पर पहुंच गये। पुलिस द्वारा जांच-पड़ताल करने के बाद अंदेशा जताया कि शहर का माहौल बिगाड़ने की कोशिश हुई। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पत्थर चलने की खबर अफवाह है। पथराव का कोई सुबूत, वीडियो, फोटो या घायल नहीं मिला है। फिर भी जांच की जा रही है। सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं।

पथराव की अफवाह फैलते ही गिरने लगे दुकानों के शटर
शोभायात्रा पर पत्थर फेंके जाने की घटना से व्यापारियों ने अपनी दुकानें बंद कर दीं और लोग घरों की तरफ भागे। कुछ ही देर में सड़क पर सन्नाटा छा गया और सद्भावना चौकी पर डीसीपी पूर्वी एसके सिंह, एडीसीपी मनोज कुमार पांडेय, एडीसीपी सेंट्रल राजेश कुमार श्रीवास्तव क्यूआरटीऔर रिजर्व पुलिस फोर्स पहुंच गई।
डीसीपी ने बताया कि आस-पास के थानों से रिजर्व पुलिस बल और पुलिसकर्मियों को भेजा गया है। किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए एहतियात के तौर पर इलाके में भारी पुलिस बल की तैनाती की गयी है। उन्होंने बताया कि स्थिति नियंत्रण में है और हम अभी भी सतर्क हैं। स्थिति पर कड़ी निगरानी रख रहे हैं। उन्होंने कहा कि अफवाह फैलाने वालों से सख्ती से निपटा जाएगा।
वीडियो के वायरल होने के बाद फैली अफवाह
पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) श्रवण कुमार सिंह ने मीडिया से मामले को लेकर बात की। उन्होंने कहा कि शोभा यात्रा के आयोजकों की ओर से एक लिखित शिकायत मिली है, इसमें दावा किया गया है कि शोभा यात्रा से लौट रहे श्रद्धालुओं पर नई सड़क के नजदीक चंद्रेश्वर हाता के पास की इमारत की छत से पथराव किया गया। पुलिस ने बताया कि इलाके से भागते हुए कुछ लोगों का एक कथित वीडियो सामने आने के बाद यह अफवाह फैली। उन्होंने कहा कि प्रथम दृष्टया यह अफवाह लग रही है, क्योंकि किसी को ईंट या पत्थर नहीं लगे हैं।