आईआईटी कानपुर ने मनाया स्थापना दिवस, नवाचार और उत्कृष्टता के 66 वर्ष पूरे

डिजिटल डेस्क- भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) कानपुर ने रविवार को अपने स्थापना दिवस का भव्य आयोजन किया। समारोह में संस्थान के गौरवशाली 66 वर्ष पूरे होने पर शिक्षकों, छात्रों और पूर्व छात्रों ने गर्व और उत्साह के साथ हिस्सा लिया। इस अवसर पर आईआईटी रूपड़ और आईआईटी गोवा के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के अध्यक्ष आदिल जेनुलभाई मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। कार्यक्रम की शुरुआत पारंपरिक दीप प्रज्वलन के साथ हुई। निदेशक प्रो. मणींद्र अग्रवाल ने अपने स्वागत भाषण में कहा कि आईआईटी कानपुर ने पिछले छह दशकों में विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार के क्षेत्र में न केवल भारत में, बल्कि वैश्विक स्तर पर अपनी विशिष्ट पहचान बनाई है। उन्होंने बताया कि संस्थान में अनुसंधान को प्रोत्साहन देने के लिए कई नई प्रयोगशालाएं और इमारतें बनाई गई हैं। साथ ही, कई अत्याधुनिक शोध परियोजनाओं पर कार्य जारी है जो भारत के तकनीकी भविष्य को मजबूत बनाएंगी।

13 एलुमनी को मिला डिस्टिंगगिश्ड एलुमनी अवॉर्ड

समारोह में संस्थान के पूर्व छात्रों (एलुमनी) को उनके योगदान के लिए सम्मानित किया गया। इस वर्ष 13 एलुमनी को ‘डिस्टिंगगिश्ड एलुमनी अवॉर्ड’, 3 को ‘डिस्टिंगगिश्ड सर्विसेज एलुमनी अवॉर्ड’ और 3 को ‘यंग एलुमनी अवॉर्ड’ प्रदान किए गए। सम्मानित होने वालों में देश के प्रमुख अधिकारी और उद्योग जगत के दिग्गज शामिल थे। जैसे भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार, रिजर्व बैंक के गवर्नर संजय मल्होत्रा, और मुख्यमंत्री के सलाहकार व पूर्व आईएएस अधिकारी अवनीश अवस्थी। मुख्य अतिथि आदिल जेनुलभाई ने अपने संबोधन में कहा कि आईआईटी कानपुर तकनीकी नवाचार और उत्कृष्ट शिक्षा का प्रतीक है। उन्होंने कहा, “यह संस्थान न केवल भारत की तकनीकी प्रगति का केंद्र है बल्कि यह आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करने वाला संस्थान भी है। आईआईटी कानपुर विकसित भारत के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।

इस वर्ष प्रदान किए गए 21 पुरस्कार

कार्यक्रम में इस वर्ष कुल 21 पुरस्कार प्रदान किए गए, जिनमें संस्थान फैलो, विशिष्ट सेवा पुरस्कार, और युवा पूर्व छात्र पुरस्कार शामिल रहे। इन सभी के माध्यम से संस्थान ने उन व्यक्तियों को सम्मानित किया जिन्होंने अपने-अपने क्षेत्रों में नवाचार, अनुसंधान और सामाजिक योगदान के माध्यम से देश का नाम रोशन किया है।