कानपुर/बरेली: बरेली में हाल ही में भड़की हिंसा के बाद शुक्रवार की नमाज़ को लेकर पुलिस-प्रशासन पूरी तरह चौकन्ना हो गया है। प्रशासन ने बरेली और कानपुर दोनों ही शहरों में सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम किए हैं। सबसे सख़्त कदम बरेली में उठाया गया है, जहां अगले 48 घंटे के लिए इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं ताकि किसी तरह की अफवाह या भड़काऊ संदेश सोशल मीडिया के ज़रिए न फैल सकें। अधिकारियों ने साफ चेतावनी दी है कि शांति व्यवस्था बिगाड़ने की कोशिश करने वालों पर सख़्त कार्रवाई की जाएगी।
प्रशासन की सख्ती साफ नजर आ रही
हालांकि, इस बार कानपुर में प्रशासन की सख़्ती ज्यादा साफ नज़र आ रही है। बरेली की हिंसा को देखते हुए शहर में पुलिस और प्रशासन ने एहतियाती तौर पर सुरक्षा व्यवस्था बेहद कड़ी कर दी है। संवेदनशील इलाक़ों और बड़ी मस्जिदों के आसपास पुलिस बल की भारी तैनाती की गई है। सड़क से लेकर मस्जिद तक सुरक्षा का कड़ा घेरा बना दिया गया है। पुलिसकर्मी पैदल गश्त कर रहे हैं और भीड़-भाड़ वाले इलाकों में सीसीटीवी कैमरों और ड्रोन की मदद से निगरानी की जा रही है।
अफवाह फैलाने वालों पर होगी त्वरित कार्रवाई
वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने साफ कहा है कि जुमे की नमाज़ पूरी तरह शांतिपूर्ण माहौल में अदा हो, इसके लिए कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। किसी ने भी अफवाह फैलाने या माहौल बिगाड़ने की कोशिश की तो उसे तुरंत हिरासत में लिया जाएगा। पुलिस-प्रशासन ने मस्जिदों के प्रबंधन से भी संपर्क साधा है और लोगों से अपील की है कि वे किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें और शांति बनाए रखने में सहयोग करें।

सड़कों से लेकर गलियों पर कड़ा पहरा
पिछले दिनों बरेली में हुई हिंसा के बाद हालात तनावपूर्ण बने हुए थे। ऐसे में कानपुर प्रशासन कोई जोखिम उठाने के मूड में नहीं है। इसीलिए शहर की गलियों से लेकर मुख्य सड़कों तक पुलिस का पहरा कड़ा कर दिया गया है। ड्रोन से निगरानी और पैदल गश्त जैसे कदम यह संदेश दे रहे हैं कि प्रशासन हर स्थिति पर नज़र बनाए हुए है। अधिकारियों का कहना है कि जुमे की नमाज़ शांति और भाईचारे के साथ संपन्न हो, इसके लिए सभी तैयारी कर ली गई है। अगर किसी ने माहौल बिगाड़ने की कोशिश की तो उसके खिलाफ कठोर कदम उठाए जाएंगे।