कानपुर: छत्रपति शाहूजी महाराज कानपुर विश्वविद्यालय के वीसी प्रोफेसर विनय पाठक की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही है। एसटीएफ (STF) और ईडी(ED) के साथ-साथ अब सीबीआई जांच भी शुरू करेगी। इस संबंध में योगी सरकार ने सरकार को सिफारिश भेजी हैं। कमीशनखोरी की जांच सीबीआई से करवाने की सिफारिश के लिए राज्य सरकार ने केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजा है।
बता दें कि यूपी एसटीएफ ने विनय पाठक को अबतक पांच नोटिस भेजा है। इस नोटिस के बाद भी विनय पाठक पेश नहीं हुए। हालांकि साक्ष्य मिलने के बाद भी एसटीएफ गिरफ्तारी नहीं कर पा रही है। जबकि पाठक के करीबी तीन अन्य लोग अब तक गिरफ्तार हो चुके हैं। अजय मिश्रा समेत 3 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
इधर एसटीएफ से ईडी ने मांगी रिपोर्ट
दूसरी ओर यूपी एसटीएफ मामले की जांच कर रही है। ईडी ने मनी लांड्रिंग के तहत केस दर्ज करने की तैयारी की है। वहीं एसटीएफ ईडी को सोमवार को सारे सबूतों के साथ अधिकृत एफ आई आर की कॉपी सौपेगी।
एकेटीयू की फाइलों का परीक्षण पूरा
विनय पाठक के कार्यकाल के दौरान डॉ एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय में हुए कार्यों की समीक्षा एसटीएफ कर चुकी है। इसमें कई ऐसे अहम सबूत मिले हैं जो आधा दर्जन एकेटीयू के अधिकारी भी फंस सकते हैं।
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