कानपुर- कानपुर के नरवल से दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां एक निर्दयी माँ ने प्रेमी से इश्क लड़ाने के चलते अपने 2 साल के मासूम की हत्या गले में पहनने वाली ताबीज की रस्सी से गला घोंटकर कर दी। इतना ही नहीं हत्या करने के बाद निर्दयी माँ ने बेटे का शव ससुर के साथ लिटा दिया। घटना रविवार रात की है। अपने प्रेमी के साथ भागने के बाद कुछ दिन पहले घर लौटी महिला ने अपने चार साल के बेटे अनिरुद्ध का गला उसके पहने हुए काले धागे से कस दिया और वारदात को अंजाम देने के बाद मासूम के शव को ससुर के पास लिटा दिया। बच्चे के पिता ने जब रात में बेटे को जगाया तब जाकर हत्या की जानकारी हुई।
कानपुर के नरवल थाना क्षेत्र स्थित प्रतापपुर गांव निवासी सुशील यादव प्राइवेट फैक्ट्री कर्मी हैं। सुशील की शादी कई साल पहले फतेहपुर खागा निवासी मनीषा से हुई थी। सुशील का आरोप है कि महिला एक महीने पहले गांव में रहने वाले प्रेमी संग फरार हो गई थी। खोजबीन के बाद जानकारी हुई तो दबाव बनाकर तीन दिन पहले उसको घर लेकर आए, जबकि मनीषा प्रेमी के साथ रहने की जिद पर अड़ी रही।
बेटा बन रहा था इश्क में रोड़ा
कानपुर के नरवल में रिश्तों को शर्मसार करने वाली घटना सामने आने के बाद सभी निर्दयी माँ को कोस रहे हैं। जानकारी करने पर पता चला कि प्रेमी के प्यार में अंधी मां ने बाधा बने चार साल के इकलौते बेटे को मौत के घाट उतार दिया। मनीषा एक महीने पहले गांव के प्रेमी के साथ भाग गई थी। परिवार के साथ गांव वालों ने बेटे की दुहाई देते हुए दबाव बनाया तो मनीषा तीन दिन पहले गांव लौट आई। इसके बाद भी मनीषा प्रेमी संग रहने की जिद पर अड़ी थी, लेकिन बेटा उसकी चाहत के आड़े आ रहा था।

पहले भी दो बच्चों की हो चुकी है संदिग्ध मौत
बच्चे की हत्या के बाद परिजनों ने बताया कि डेढ़ साल पहले भी दो साल की बेटी और एक साल के बेटे अनुराग की संदिग्ध परिस्थितियों में मृत्यु हुई है। उस वक्त मनीषा ने बताया था कि बच्चों की मौत कैसे हुई वह जान ही नहीं पाई है। तब सबने सर्दी लगने से मौत होने की बात मान ली थी पर जब अब मामला खुला तो उन दोनों बच्चों की मौत को हत्या माना जाने का शक गहराने लगा।
प्रेमी के साथ भागी, 26 दिन बाद लौटी थी घर
पति सुशील ने बताया कि उसकी शादी सात साल पहले फतेहपुर के गाजीपुर असोथर निवासी मनीषा से हुई थी। गांव में एक युवक से मनीषा के अवैध संबंध थे। 16 अप्रैल को वह बिना बताए प्रेमी के साथ घर से चली गई थी। काफी खोजबीन के बाद उसका पता चला तो 22 अप्रैल को थाने में समझौता हुआ। लोगों के समझाने के बाद वह साथ में रहने को तैयार हुई थी। तब से वह घर में रह रही थी। हालांकि उसका चाल चलन ठीक नहीं था। आरोप है कि प्रेमी के साथ मिलकर ही घटना को अंजाम दिया है।

पुलिस की जांच में खुला मामला
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और छानबीन शुरू की। डीसीपी पूर्वी ने मौके पर पहुंचकर घटना का निरीक्षण किया और महिला को हिरासत में लेने के आदेश दिए। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। जांच में यह बात सामने आई है कि मनीषा ने अपने बेटे की हत्या उस ताबीज के धागे से की जो उसके गले में बंधा था। पुलिस को मौके से कई अहम साक्ष्य मिले हैं। फिलहाल महिला से पूछताछ जारी है। प्रारंभिक पूछताछ में महिला ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। पुलिस इस हत्याकांड को प्रेम प्रसंग से जोड़कर देख रही है और प्रेमी के भूमिका की भी जांच की जा रही है।
घटना के बाद लोगों में उबाल
प्रतापपुर गांव में इस वारदात के बाद गमगीन माहौल है। लोग स्तब्ध हैं कि एक मां अपने ही बेटे के साथ इतनी क्रूरता कैसे कर सकती है। गांववालों के मुताबिक मनीषा पिछले कुछ समय से मानसिक रूप से परेशान लग रही थी। स्थानीय लोगों का कहना है कि मनीषा का अपने पति से अक्सर विवाद होता रहता था। वहीं, घरवाले अब भी इस बात पर विश्वास नहीं कर पा रहे हैं कि मनीषा ने ऐसी वारदात को अंजाम दिया है। पुलिस अब मामले से जुड़े हर पहलू की बारीकी से जांच कर रही है। पुलिस अब मनीषा के प्रेमी की भूमिका की भी जांच कर रही है। सूत्रों के मुताबिक, मनीषा उस युवक के साथ ही रहना चाहती थी और अपने पति व बेटे को बोझ समझने लगी थी। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या हत्या की योजना पहले से बनाई गई थी या यह एकाएक गुस्से में उठाया गया कदम था। पुलिस ने मनीषा के कॉल रिकॉर्ड और मोबाइल डेटा को खंगालना शुरू कर दिया है। साथ ही, उसके प्रेमी को भी पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है। अधिकारियों का कहना है कि पूरी घटना की तह तक जाकर ही सच्चाई सामने लाई जाएगी।

महिला ने हत्या की बात कबूल की
बाबा फूल सिंह को कुछ देर बाद शक हुआ। उन्होंने चादर हटाकर देखा तो बच्चे में किसी तरह की हलचल नहीं थी। उन्होंने शोर मचाया तो ग्रामीण इकट्ठा हो गए। ग्रामीणों ने बच्चे को मृत पाया। सूचना पर पहुंची पुलिस और फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। पुलिस ने मनीषा को हिरासत में ले लिया। पूछताछ में उसने बेटे की हत्या की बात कबूल कर ली।