डिजिटल डेस्क- उत्तर प्रदेश के कन्नौज जिले के तिर्वा थाना क्षेत्र में मंगलवार को एक स्लीपर बस में अचानक आग लग गई, जिससे यात्री दहशत में आ गए। यह घटना लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे पर माइलस्टोन 192 के पास हुई। बस पानीपत से बिहार की ओर जा रही थी और इस दौरान उसमें लगभग 50 यात्री सवार थे। घटना के समय अधिकांश यात्री गहरी नींद में सो रहे थे, जिससे आग की शुरुआत के तुरंत बाद हालात और भयावह हो गए। जैसे ही बस में धुआं फैलना शुरू हुआ, यात्री नींद से जागे और शोर-शराबा मच गया। कई लोगों ने खिड़कियों और इमरजेंसी दरवाजों को तोड़कर अपनी जान बचाई। बस में मौजूद यात्रियों की तेज प्रतिक्रिया और आपसी सहयोग ने किसी बड़े जनहानि को टालने में मदद की।
ड्राइवर की सतर्कता से टला बड़ा हादसा
बस चालक ने आग लगने का तुरंत एहसास किया और वाहन को तुरंत एक्सप्रेसवे के किनारे रोक दिया। इसके बाद यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकालने का निर्देश दिया। ड्राइवर की सतर्कता और सही दिशा-निर्देश ने बड़ी दुर्घटना को रोक दिया। सूचना मिलने के बाद मौके पर फायर ब्रिगेड की टीम और यूपीपीडा अधिकारी पहुंचे। फायर ब्रिगेड की टीम ने घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। आग इतनी तेज थी कि बस पूरी तरह से लपटों में घिर गई थी। राहत और बचाव कार्य के दौरान किसी यात्री को गंभीर चोट नहीं आई। सभी यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया और उन्हें दूसरी बस से उनके गंतव्य के लिए रवाना किया गया।
अज्ञात कारण से लगी आग
तिर्वा थाना पुलिस ने बताया कि बस में आग लगने का कारण फिलहाल अज्ञात है। पुलिस, फायर ब्रिगेड और यूपीपीडा की टीम इस मामले की जांच कर रही है। दुर्घटनाग्रस्त बस को एक्सप्रेसवे से हटाकर यातायात सुचारू किया गया। यात्रियों ने ड्राइवर और बचाव दल की तत्परता की सराहना की। कई लोगों ने बताया कि यदि चालक की सतर्कता और बस में आपातकालीन निकासी की व्यवस्था नहीं होती, तो यह हादसा बड़ी त्रासदी में बदल सकता था। स्थानीय लोग भी इस हादसे को लेकर चिंतित हैं और पुलिस से अपील कर रहे हैं कि यात्री बसों की सुरक्षा और नियमित निरीक्षण सुनिश्चित किया जाए।
पुलिस जांच में जुटी
तिर्वा थाना पुलिस ने बताया कि मामले में कानूनी कार्रवाई की जा रही है। पुलिस आग लगने के कारणों की विस्तृत जांच कर रही है और यह पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है कि यह तकनीकी खराबी, लिक्विड या अन्य किसी वजह से हुई। पुलिस ने बताया कि यात्रियों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं और बस मालिक से भी जानकारी ली जाएगी।