डिजिटल डेस्क- अंबेडकर नगर जिले की महिला मोर्चा इकाई की जिलाध्यक्ष रिंकल सिंह इस समय चर्चा का विषय बनी हुई हैं। उनके चर्चा में होने का कारण उनका अपनी ही सरकार में न्याय न मिल पाने का आरोप है और साथ ही सांसद के सामने व्यथा बताते हुए रोने का वीडियो है। पूरा मामला महरुआ थाना क्षेत्र का है यहां रहने वाली महिला मोर्चा की अध्यक्ष रिंकल सिंह ने अपने साथ न्याय न होने, पुलिस द्वारा प्रताड़ित करने और सुनवाई न करने का आरोप लगाया है। भाजपा नेत्री रिंकल सिंह के मुताबिक रविवार की सुबह पडोसी ने गाँव सभा का तालाब है उस पर जेसेबी द्वारा बँधा लगवाया गया, जिसका विरोध महिला मोर्चा अध्यक्ष उनके पति संजय सिंह ने किया। आरोप है की विरोध करने पर गांव में अपराधी सजायाफ्ता दीपक सिंह दीपू और उनका भाई विनय सिंह राजन,अवनीश सिंह सीपू ने इनके साथ अभद्रता करते हुए मारपीट की। भाजपा नेत्री ने आरोप लगाया कि इन लोगों ने सरकारी तालाब में मछली पाल रखी है। इसी तालाब में बारिश में गाँव का पानी जमा होता है, जिसे विनय सिंह व उनके परिवार के अन्य लोगों द्वारा जेसेबी चलाकार पानी की निकासी अवरुद्ध करने का काम किया जा रहा था। रिंकल सिंह ने आरोप लगाया कि जब विरोध किया गया तो आरोपी उन्हें भद्दी-भद्दी गालियां देने लगे और प्राण घातक तरीके से वार करने के लिए दौड़े। इन सभी के ऊपर महरूआ थाना में हत्या मार पीट का गम्भीर मुकदमा भी कई मामले में दर्ज है।
आरोपियों के खिलाफ दर्ज हुआ मुकदमा
महिला मोर्चा की अध्यक्ष के शिकायत पर विपक्षी के खिलाफ बी एन एस की धारा 333, 115(2), 352,351(2) में मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया, लेकिन महिला मोर्चा की अध्यक्ष का आरोप है की उनकी गिरफ्तारी नहीं की गई, जिसे लेकर रिंकल सिंह धरने पर बैठ गई।

कार्रवाई न होने पर बैठी धरने पर
एक दिन धरने पर बैठने पर पुलिस द्वारा कार्रवाई न करने पर दूसरे दिन भी थाने पर धरने पर बैठने के लिए महिला मोर्चा की अध्यक्ष पहुंची तो पुलिस अपने एक्शन में आ गई। पुलिस ने उनके पति संजय सिंह को हिरासत में ले लिया और रिंकल सिंह को महिला थानाध्यक्ष को बुलाकर पुलिस जीप से दो घंटे तक गायब रखा और अज्ञात जगह ले जाया गया।
कार्यक्रम में पहुंच रोने लगी भाजपा नेत्री
इसी बीच लोहिया भवन सभागार में आपतकाल की 50वीं बरसी पर कार्यक्रम चल रहा था। मुख्य अतिथि के तौर पर राज्यसभा सांसद पूर्व डीजीपी वृजलाल मौजूद थे, इसी दौरान भारतीय जनता पार्टी की महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष रिकल सिंह पहुंची और माइक पकड़ कर फफक-फफक कर रोती हुई अपनी पीड़ा सुनाने लगी।

पुलिस पर लगाया उत्पीड़न का आरोप
आयोजित कार्यक्रम में जैसे ही वह पहुंचे तो रिकल सिंह उनके सामने पहुंचकर न्याय दिलाने की मांग कर रोने लगी। इस बीच उनके समर्थन में कार्यक्रम से बाहर चले आये और बाहर गेट पर धरने पर बैठ गये। अन्दर कार्यक्रम चलता रहा और बाहर रिंकल सिंह धरने पर बैठी रही। कार्यक्रम सम्पन्न होने के बाद राज्यसभा सांसद वृजलाल ने रिकल सिंह के साथ एकान्त में बात-चीत की और उनकी बात सुनी। रिकल सिंह ने उनसे बताया की सीओ भीटी द्वारा उनके साथ दुरव्यवहार किया गया। इसका एक वीडियो आडियो भी वायरल हुआ है, जिसमें वह उनके ही विरुद्ध मुकदमा दर्जकर जेल भेजने की बात कर रहे हैं और विपक्षी से तहरीर लेकर उन्हें फसाने की बात कर रहे हैं। वृजलाल ने मीडिया से कहा कि रिकल सिंह के आरोपों की जांच कराकर जो भी दोषी होगा उसको सजा दिलाई जायेगी।
वायरल आडियो में क्या दिखा?
इसी बीच अगले दिन सीओ का आडियो वायरल हो गया जो चर्चा का विषय बन गया। मामला मंगलवार का जनपद के महरुआ थाने का है, जहां बीजेपी महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष रिकल सिंह विपक्षी के विरुद्ध कार्यवाही को लेकर धरने पर बैठी थी। वायरल आडियो के मुताबिक एक व्यक्ति वीडियो बना रहा था। आरोप है की सीओ ने मोवाइल छीन लिया और वीडियो ऑफ करना भूल गए, जिसमें उनका आडियो रिकार्ड हो गया। जिसमे वह रिंकल और उनके पति के विरुद्ध केस बनाकर जेल भेज कर दिमाग ठिकाने लगाने की बात कर रहे हैं। वायरल वीडियो में सीओ कह रहे है कि भरना देने का मुकदमा दर्ज करों तो वही उनके साथ मौजूद उनका एक मातहत की आवाज आती है कि कार्य सरकार में बाधा पहुंचाने का भी मुकदमा दर्ज कर दिया जाये। वहीं दूसरी तरफ एक कार्यक्रम में शिरकत करने आए बीजेपी के राज्यसभा सांसद पूर्व डीजीपी ने वायरल आडियो और वीडियो सुनने के बाद कहा कि मैं डीजीपी से बात करूंगा। जरूरत पड़ी तो सरकार से भी बात करूंगा और न्याय दिलाऊंगा।