अयोध्या, अयोध्या में रामलला के दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं के लिए अच्छी खबर है. 29 मार्च 2023 से हेलीकॉप्टर सेवा शुरू हो गई है. इसके जरिए आसमान से भक्त न सिर्फ मंदिर के मनोरम दृश्य का बल्कि पूरी अयोध्या नगरी का दीदार कर सकेंगे. यह हेलीकाप्टर सेवा यूपी पर्यटन विभाग ने शुरू की है.
श्रद्धालु सुबह 9:00 बजे से शाम 6:00 बजे तक हेलीकॉप्टर के जरिए अयोध्या धाम का दर्शन कर सकेंगे. हेलीकॉप्टर में एक बार में कुल सात लोग सफर कर सकते हैं. एक बार का सफर 8 मिनट का होगा और इसके लिए प्रत्येक श्रद्धालु को 3 हजार रुपए चुकाने होंगे. टिकट बुकिंग के लिए पहले से अप्लाई करना पड़ेगा. आसमान से अयोध्या में सरयू नदी, रामजन्मभूमि, हनुमानगढ़ी और अयोध्या के अन्य मंदिरों के दर्शन कर सकेंगे.
इस सेवा को रामनवमी के मौके पर फिलहाल 15 दिन के लिए शुरू किया गया है. आगे श्रद्धालुओं की भीड़ देखकर फैसला किया जाएगा.इस पूरी सेवा को देख रहे राज्य पर्यटन विकास निगम के अधिकारी अक्षय नागर कहते हैं कि यह 2024 में रामलला के भव्य मंदिर में विराजमान होने के पहले का रिहर्सल भी है. हेरिटेज एविएशन वैष्णो देवी, प्रयागराज और कुंभ समेत देश के कई स्थानों पर अपनी सेवाएं दे चुकी है. अगर यात्रियों की संख्या बढ़ती है तो हेलीकॉप्टर की संख्या बढ़ाई जाएगी और यह सेवा नियमित रूप से जारी रहेगी. सुबह 9 बजे से शाम को सूर्य ढ़लने के पहले 6 बजे तक यह सेवा यात्रियों को मिलेगी. अयोध्या के लिए यह पहली और सबसे बड़ी शुरुआत है.
राज्य पर्यटन विकास निगम अधिकारी अक्षय नागर ने आगे कहा कि रामनवमी के अवसर पर पहली बार अयोध्या में हेलीकॉप्टर चलाया जाएगा. एक बार में 7 लोग हेलीकॉप्टर पर सफर कर सकेंगे और एक व्यक्ति का किराया ₹3000 होगा. टिकट की बुकिंग अभी से ही प्रारंभ हो गई है. हेलीकॉप्टर चलाने का प्लान राम भक्तों की इच्छा पर निर्भर करेगा, क्योंकि अभी इसे 15 दिनों तक चलाया जाएगा, लेकिन बढ़ते श्रद्धालुओं की अगर मांग होती है तो यह निरंतर चलता रहेगा. यह सुबह 9 बजे से लेकर शाम 5:30 बजे तक चलाया जाएगा. पहले यह कैलाश मानसरोवर में किया है, कुंभ में किया है, माता वैष्णो देवी में किया गया है और अब अयोध्या में चलाया जाएगा.
अयोध्या में राम नवमी की तैयारियां जोर शोर से चल रही हैं. हर जगह भगवान राम के गुणगान किए जा रहे हैं.भव्य राम मंदिर का निर्माण कार्य जोर-शोर से चल रहा है. दिसंबर 2023 में प्रथम तल बनकर तैयार होने की संभावना है. भगवान राम लला का मंदिर बंसी पहाड़पुर के पत्थरों से बनाया जा रहा है. राम मंदिर में जो दरवाजे लगने हैं उनके लिए सागौन की लकड़ी का प्रयोग किया जा रहा है. यह लकड़ी महाराष्ट्र बल्लारपुर के चांदपुर से लायी जा रही है. यह लकड़ी बहुत उच्च कोटि की मानी गई है. महाराष्ट्र के सांस्कृतिक मामलों के मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने बताया की सागौन की लकड़ी अयोध्या भेजने से पहले भव्य रैली का आयोजन किया जाएगा. बता दें कि, 1855 क्यूबिक फीट की सागौन की लकड़ी अयोध्या भेजी जाएगी. इस लकड़ी के लिए 1 करोड़ 32 लाख रुपए का समझौता हुआ है.