डिजिटल डेस्क- बरेली में एक सिरफिरे युवक ने मोहल्ले में रहने वाली अपनी प्रेमिका से शादी करने के लिए फर्जीवाड़ा किया। लड़की के घर वालों की मांग पर उसने सरकारी नौकरी की तैयारी की पर सफल नहीं हो पाया तो उसने कूटरचित दस्तावेजों के जरिए सारी पटगाथा लिखी और लड़की से शादी कर ली। शादी के बाद उसकी पत्नी ने फर्जी इंस्पेक्टर का भेद खोलते हुए शिकायत की, जिसके बाद आरोपी को जेल भेजा गया।
क्या है पूरा मामला?
बरेली के हाफिजगंज का रहने वाला शहजाद अहमद पड़ोस में रहने वाली इकरा से इश्क कर बैठा। जब उसने अपने इश्क का इजहार इकरा के घर वालों से किया तो इकरा के घरवाले उसकी शादी सरकारी नौकरी वाले से बेटी की शादी करने की बात कही। अपनी मोहब्बत से शादी करने के लिए उसने मुरादाबाद में रहकर सीजीएल और सब इंस्पेक्टर की तैयारी की। पेपर दिया, लेकिन उसका चयन नहीं हुई। इसके बाद उसने साल 2022 की भर्ती सूची में 2643 नंबर शहजाद अंसारी के नाम पर कंप्यूटर के जरिए एडिटिंग करके उसमें अपना नाम शहजाद अहमद कर लिया। इसके बाद वर्दी पहन कर गांव पहुंचा।

इंस्पेक्टर बने बेटे की खुशी में झूम उठा गांव
शहजाद अहमद को इंस्पेक्टर की वर्दी में देखकर गांव और समाज के लोगों में खुशी की लहर दौड़ गई और लोगों ने उसका सम्मान किया। मीडिया में उसके इंटरव्यू खूब छपे। वह सोशल मीडिया में वर्दी के साथ फोटो डालने लगा। शादी के बाद जब वह ड्यूटी पर नहीं गया तो पत्नी और साले ने उसका भेद खोल दिया। उसकी पत्नी इकरा ने तीन जून को पुलिस को शिकायत दी। पुलिस ने शिकायत पर पति शहजाद अहमद और सास शहनाज के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। शिकायत में पत्नी इकरा ने बताया कि फर्जी जीएसटी इंस्पेक्टर बनकर उसको प्रेमजाल में फंसाया और 18 दिंसबर 2024 को निकाह कर लिया। इसी दौरान शहजाद अहमद का भेद खुल गया कि वह जीएसटी इंस्पेक्टर नहीं है।
दवाब में किया निकाह
इकरा ने पुलिस को बताया है कि रिश्तेदारों के दबाव में आकर उसके पिता ने 18 दिसंबर 2024 को निकाह के लिए हामी भर दी। बताया जा रहा है परिवार को पहले से ही शक था, लेकिन निकाह के कुछ ही दिनों बाद इकरा को पता चल गया कि शहजाद न तो जीएसटी इंस्पेक्टर है और न ही किसी सरकारी नौकरी में कार्यरत है। वह सिर्फ सोशल मीडिया पर लोगों को धोखा देने के लिए खाकी वर्दी पहनकर रौब जमाता था और पूरी तरह से बेरोजगार है।

मुरादाबाद से सिलवाई वर्दी, यूट्यूब से सीखा पुलिसिया चाल चलन
पकड़े जाने के बाद आरोपी शहजाद अहमद ने बताया कि उसने मुरादाबाद से वर्दी सिलवाई और यूट्यूब पर वीडियो देखकर पुलिस का चाल चलन सीखा। सोशल मीडिया पर वर्दी में वीडियो अपलोड किये तो जगह-जगह आवभगत हुई। इकरा के घरवाले भी निकाह के लिए राजी हो गए लेकिन जब नौकरी पर नहीं गया और आर्थिक तंगी हुई तो उसका भेद खुल गया।