हमीरपुरः घूंघट में महिलाएं लड़ती हैं दंगल, यहां पुरूषों का आना है वर्जित, हर जगह होती है इस दंगल की चर्चा

सिद्धार्थ द्विवेदी- यूपी के हमीरपुर में रक्षाबंधन के दूसरे दिन प्रतिवर्ष सैकड़ों साल से पुरानी इस परंपरा को आज भी महिलाएं पूरी श्रद्धा व उत्साह के साथ निभा रही हैं। गांव में सिर्फ महिलाओं का दंगल होता है, जिसमें पुरुषों के शामिल होने पर पूरी तरह प्रतिबंध रहता है। इस अजब-गजब दंगल में घूंघट वाली महिलाएं दांवपेंच दिखाती हैं। बुजुर्ग महिलाएं भी अखाड़े में पूरे उत्साह के साथ कुश्ती लड़ती हुई एक दूसरे को उठाकर पटकती है। यह रक्षाबंधन के दूसरे दिन प्रतिवर्ष आयोजित होता है।

कजलियों के विसर्जन के बाद अखाड़ें में उतरती हैं महिलाएं

हमीरपुर जनपद बिवांर थाना क्षेत्र के लोदीपुर निवादा गांव में रक्षाबंधन को लेकर तरह-तरह के आयोजन किए जाते है। महिलाएं गांव के ही एक तालाब में कजलियों का विसर्जन करती हैं, जिसके बाद महिलाओं के दंगल का आयोजन किया जाता है। यह दंगल अंग्रेजो के जमाने से लगातार लगता चला आ रहा जो आस-पास क्षेत्र में खासा रोचक रहता है।

आजादी से पहले से हर साल होता है दंगल

गांव की निवासी अभिलाषा कुमारी बताती है कि इस गांव में आजादी से पहले से महिलाओं का दंगल हो रहा है। हर साल रक्षाबंधन त्योहार में दंगल की धूम मचती है। बुन्देली परम्परा में महिलाओं की शौर्य गाथा का एक उदाहरण है। दंगल शुरू होने से पहले गांव की सभी फिर मंगल गीत गाते हुए अखाड़े में महिलाएं एकत्र होती हैं।