डिजिटल डेस्क- सोनभद्र के म्योरपुर थाना क्षेत्र के म्योरपुर सीएचसी में शनिवार को इंजेक्शन लगाते ही 8 वर्षीय बालिका की मौत हो गई। जिसके बाद आए माता-पिता बिलख-बिलख रोने लगे। परिजनों ने इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया, वहीं अधीक्षक डॉ0 पीएन सिंह ने बताया कि बालिका को सांस लेने में परेशानी व बुखार था साथ ही उसे गैस व उल्टी के लिए इंजेक्शन लगाया गया था। दवा का कोई रिएक्शन नहीं हुआ।
रिपोर्ट में निकला था पीलिया
रामप्रसाद निवासी डड़ीहरा अपनी पुत्री सोनम (8 वर्ष) जिसको यूरिन की दिक्कत हो रही थी। परिजन बच्ची को लेकर म्योरपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र आये, जहां एक पैथोलॉजी से जांच करवाई। जांच रिपोर्ट में पीलिया की समस्या आई थी। रिपोर्ट लेकर 8 वर्षीय बच्ची का पिता महिला चिकित्सक के पास ले गया। चिकित्सक ने उसे चार दिन के लिए भर्ती करते हुए दवा लिख दी। पर्चा लेकर पिता नर्स के पास पहुंचा नर्स अनीता ने इंजेक्शन लगाया ।

इंजेक्शन लगाते ही हुई मौत
पिता रामप्रसाद ने बताया कि इंजेक्शन लगाते ही बच्ची की मौत हो गई। पिता मृत पुत्री को पैदल ही ले कर घर की ओर चल दिया यह देख वहां उपस्थित लोगों ने अधीक्षक से शव भिजवाने का अनुरोध किया तो आधे घंटे बाद एंबुलेंस से शव लेकर माता-पिता रोते बिलखते घर चले गए। इस मामले मे डॉ0 आई.बी.सिंह ने बताया की बच्ची को श्वास लेने में दिक्कत हो रही थी जिस कारण हमने स्वास नाली भी बच्ची को लगाया था तब तक बच्ची ने दम तोड़ दिया ऐसा प्रतीत होता है सांस नली मे कुछ फंसा हुआ था मौत किस कारण हुआ इसका पता पी.एम होने के बाद ही चल सकेगा अगर मृतक बच्ची के घर वालों को लगता है कि इलाज में लापरवाही हुआ है तो वे बच्ची का पीएम भी करा सकते हैं।