रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर 50 लाख की ठगी, पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा

डिजिटल डेस्क- सोनभद्र में  रेलवे में नौकरी दिलाने का झांसा देकर ठगी का बड़ा मामला सामने आया है। देवरिया जनपद के सिरसिया गांव निवासी पंकज मिश्रा के साथ सोनभद्र जिले के रायपुर गांव निवासी मनोज कुमार पाण्डेय ने 50 लाख रुपये की ठगी कर डाली। आरोप है कि मनोज पाण्डेय, जो खुद को आयुष पाण्डेय नाम से भी परिचित कराता है, उसने न केवल पंकज मिश्रा को बल्कि कई अन्य लोगों को भी रेलवे में नौकरी दिलाने का सपना दिखाकर मोटी रकम वसूली। पीड़ित पंकज मिश्रा का कहना है कि मनोज पाण्डेय और उसके साथियों ने सरकारी नौकरी लगवाने का भरोसा दिलाकर उनसे 50 लाख रुपये हड़प लिए। जब पैसे वापस मांगे गए तो मारपीट, गाली-गलौज और जान से मारने की धमकी दी गई। इस मामले में रायपुर थाना क्षेत्र के रायपुर गांव की एक महिला समेत कई पीड़ितों ने स्थानीय थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई है। पीड़ितों का आरोप है कि पुलिस मामले से पल्ला झाड़ रही है और कोई ठोस कार्रवाई अब तक नहीं की गई है। पुलिस अधीक्षक को पंकज मिश्रा ने एक प्रार्थना पत्र दे कर मामले की गंभीरता को गंभीरता से त्वरित और कड़ी कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने बताया कि आरोपी वर्तमान में रॉबर्ट्सगंज की नई बस्ती में रह रहा है और आरोपी लगातार धमकी दे रहा है।

ठगी का शिकार छात्र

पूर्व में ठगी के बड़े मामले

दिल्ली में फर्जी सरकारी नौकरी घोटाला (2023)

एक गिरोह ने खुद को मंत्रालय के अधिकारी बताकर युवाओं को मंत्रालयों (जैसे रक्षा, रेलवे) में नौकरी दिलाने का झांसा दिया। इस गिरोह ने ₹4 करोड़ से अधिक की ठगी की। हर कैंडिडेट से ₹20–30 लाख तक वसूले गए। इसके बाद नकली अपॉइंटमेंट लेटर, फर्जी ट्रेनिंग कॉल आदि दिए गए। इस ठगी में दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने कई लोगों को पकड़ा।

पटना (बिहार) में रेलवे में नौकरी के नाम पर ठगी (2022)

RRB परीक्षा में पास कराने और नियुक्ति दिलाने के नाम पर ठगी। इस ठगी में 50 से ज्यादा छात्र शामिल रहे। इसमें ठगों ने ₹1.5 करोड़ से ज़्यादा की ठगी को अंजाम दिया। ठगों ने 50 से ज्यादा छात्र को अपना शिकार बनाया। ठगों ने छात्रों फर्जी मेडिकल सर्टिफिकेट, एडमिट कार्ड, ऑफर लेटर आदि भी सौंप दिये थे।