डिजिटल डेस्क- चंदौली जनपद के सकलडीहा तहसील अंतर्गत मारुखपुर नदेसर बाढ़ चौकी पर शरण लिए बाढ़ पीड़ितों ने भोजन की अव्यवस्था को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। प्रभावित लोगों का कहना है कि प्रशासन द्वारा दी जा रही खाद्य सामग्री बेहद अपर्याप्त है। चार पूड़ी और थोड़ा सा चावल किसी किसान या मजदूर का पेट नहीं भर सकता। ग्रामीणों ने मांग की है कि पूर्व वर्षों की भांति बाढ़ चौकी पर ही भोजन पकवाकर गर्म खाना उपलब्ध कराया जाए।
बाढ़ के चलते लोगों ने किया पलायन
बढ़ते जलस्तर के चलते मुकुंदपुर समेत कई अन्य गांवों के लोग अपने घरों को छोड़कर जानवरों और जरूरी सामान के साथ मारुखपुर स्थित बाढ़ चौकी पहुंचे हैं।

पानी के साथ जहरीले जीव-जंतुओं के खतरे के चलते ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन करना पड़ा है। बाढ़ शिविर में शरण लिए लोगों की संख्या लगातार बढ़ रही है, लेकिन पशुओं के चारे शौचालय, पेयजल, बिजली आदि की व्यवस्था पर्याप्त नहीं है।
प्रशासन से की थी अपेक्षा, मिली सिर्फ उपेक्षा
ग्रामीणों का कहना है कि वे प्राकृतिक आपदा का दंश झेल रहे हैं और ऐसे समय में प्रशासन से उन्हें राहत की अपेक्षा है, न कि उपेक्षा। विशेषकर छोटे बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों के लिए समुचित पोषण और स्वास्थ्य सेवाएं आवश्यक हैं। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से आग्रह किया है कि भोजन, साफ-सफाई और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएं ताकि शिविर में रह रहे लोग सम्मानपूर्वक जीवन जी सकें।

जल्द मुहैया कराई जाएंगी सुविधाएं
सकलडीहा के उप जिला अधिकारी ने बताया कि स्थिति पर निगरानी रखी जा रही है और जल्द ही सभी बाढ़ पीड़ितों को आवश्यक सुविधाएं मुहैया कराई जा रही है। लोगों के अनुरूप तैयारी पहले से ही की गई है बढ़ते जा रहे पीड़ितों को सभी सुविधाओं का ख्याल किया जा रहा है सभी बाढ़ चौकियो पर स्वास्थ्य टीम, राजस्व कर्मी, पशुपालन कर्मी तैनात है।