लखनऊ- लखनऊ में पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर जीपीओ स्थित गांधी प्रतिमा पर धरने पर बैठ गए। उन्होंने लखनऊ पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाते अधिकार सेना के सदस्यों के साथ विरोध जताया। पूर्व आईपीएस व आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर ने कहा कि लखनऊ पुलिस दोहरा रवैया अपना रही है। पुलिस के द्वारा समदर्शी एवं न्यायप्रिय दृष्टिकोण नहीं अपनाया जा रहा है। अमिताभ ठाकुर ने आरोप लगाया कि डिप्टी सीएम बृजेश पाठक के विरुद्ध कथित अमर्यादित टिप्पणियों के मामले में पुलिस ने समाजवादी पार्टी के मीडिया सेल के खिलाफ तीव्र गति से गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज कर लीं, जबकि यह मामला प्रथमदृष्टया एक व्यक्तिगत मानहानि का प्रतीत होता है। जो सीधे तौर पर न्यायालय के क्षेत्राधिकार में आता है न कि पुलिस के।
अधिकार क्षेत्र के विपरीत कार्य कर रही है पुलिस
इससे विपरीत कई ऐसे मामले हैं जो पुलिस के अधिकार के क्षेत्र में है और कानून के अनुसार मुकदमा दर्ज होना चाहिए मगर नहीं किया जा रहा है। अमिताभ ठाकुर ने कहा कि डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक के प्रकरण में शिकायत एक तीसरे व्यक्ति आनंद द्विवेदी द्वारा की गई थी। जिसे लेकर पुलिस ने देशद्रोह, सामाजिक द्वेष और राष्ट्रीय अखंडता जैसे आरोप जोड़ते हुए तत्काल मुकदमा दर्ज कर लिया, वहीं दूसरी ओर कई अत्यंत संवेदनशील मामलों में मुकदमा दर्ज नहीं हुआ। शहीद नेवी अफसर की पत्नी के बयान पर की गई सांप्रदायिक टिप्पणी व सुप्रीम कोर्ट व हाई कोर्ट के जजों के प्रति अमर्यादित भाषा और धर्म आधारित नफरत फैलाने वाले बयानों पर शिकायतें दी, मगर एफआईआर दर्ज करने से इंकार कर दिया गया। पूर्व में दी गई शिकायतों पर मुकदमा दर्ज नहीं हुआ तो हफ्ते भर बाद हजरतगंज थाने में अकेले धरना प्रदर्शन करेंगे।
पूर्व में भी पुलिस की कार्यशैली के खिलाफ अपना चुके हैं कड़ा रूख
पूर्व आईपीएस और आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर द्वारा पूर्व में भी कई मामलों में पुलिस की कार्यशैली के खिलाफ कड़ा रूख अख्तियार किया है। हाल ही में संभल जिले के बहजोई थाना परिसर में हुई एक घटना पर भी कड़ा रुख अपनाया था, जहां हरिद्वार के संत प्रबोधानंद महाराज को थाना प्रभारी की कुर्सी पर बैठे और एक बच्चे को बंदूक पकड़े हुए देखा गया। उन्होंने इस घटना को उत्तर प्रदेश सरकारी सेवक आचरण नियमावली के उल्लंघन के रूप में चिन्हित किया और डीजीपी से उच्चस्तरीय जांच की मांग की।

क्या है बहजोई थाना परिसर मामला
हरिद्वार के संत प्रबोधानंद महाराज को थाना प्रभारी की कुर्सी पर बैठे देखा जा रहा है, जबकि एक बच्चा कभी उनकी गोद में है तो कभी हाथ में बंदूक पकड़े नजर आता है। ये तस्वीरें मार्च की बताई जा रहीं हैं। इस मामले में आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष और रिटायर्ड आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने कड़ा रुख अपनाया है। उन्होंने इन तस्वीरों को उत्तर प्रदेश पुलिस के डीजीपी और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को भेजते हुए उच्चस्तरीय जांच और कार्रवाई की मांग की है। ठाकुर ने इसे उत्तर प्रदेश सरकारी सेवक आचरण नियमावली के नियम 3 और 4 का सीधा उल्लंघन बताया है। इससे पूर्व वह संभल में सीओ रहे अनुज चौधरी पर नियमों का उल्लंघन करने और उनकी कार्यशैली पर प्रश्न उठा चुके हैं।