डिजिटल डेस्क- उत्तर प्रदेश के इटावा जिले से एक बड़ी और चौंकाने वाली घटना सामने आई है। सिविल लाइन इलाके में स्थित सिंचाई विभाग के मुख्य कार्यालय में गुरुवार तड़के भीषण आग लग गई, जिसमें करीब 50 वर्षों का महत्वपूर्ण रिकॉर्ड जलकर पूरी तरह राख हो गया। आग इतनी भयावह थी कि विभाग के छह कमरों में रखी हजारों फाइलें देखते ही देखते खाक में तब्दील हो गईं। आग लगने की सूचना सुबह करीब 6:30 बजे दमकल विभाग को दी गई। सूचना मिलते ही दमकल विभाग की तीन गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। दमकल कर्मियों ने कई घंटों की मशक्कत के बाद आग को फैलने से रोका, लेकिन तब तक विभाग का भारी नुकसान हो चुका था।
शॉर्ट सर्किट मानी जा रही है वजह
प्राथमिक जांच में आग लगने की वजह शॉर्ट सर्किट मानी जा रही है, हालांकि जिस स्तर की आग और नुकसान सामने आया है, उसने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय लोगों और कुछ कर्मचारियों का कहना है कि आग की तीव्रता सामान्य शॉर्ट सर्किट से कहीं ज्यादा प्रतीत हो रही है, जिससे साजिश की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता। सिंचाई विभाग के चौकीदार बलवीर सिंह ने बताया कि सुबह करीब 5:30 बजे जब वह परिसर में टहल रहे थे, तभी उन्होंने कार्यालय से धुआं उठता देखा। तुरंत उन्होंने इसकी सूचना अधिकारियों और दमकल विभाग को दी।
पुराने सेवा रिकॉर्ड, परियोजनाओं की फाइलें और अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेज हुए नष्ट
वहीं विभागीय कर्मचारी कमलेश कुमार ने बताया कि आग में कर्मचारियों से जुड़े पुराने सेवा रिकॉर्ड, परियोजनाओं की फाइलें और अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेज पूरी तरह नष्ट हो गए हैं। दमकल कर्मी सुभाष चंद्र के अनुसार, सूचना मिलते ही टीम मौके पर पहुंची और आग बुझाने का काम शुरू किया गया। आग पर काबू तो पा लिया गया, लेकिन रिकॉर्ड बचाना संभव नहीं हो सका।