Knews Desk, कानपुर के श्यामनगर की गलियों में गुरुवार की सुबह कुछ अलग ही सन्नाटा पसरा था। हर आंख नम थी, हर दिल बोझिल। इस बार शहर ने एक बेटे को खोया था, जो गया तो कश्मीर घूमने था लेकिन चार कन्धों पर वापस आया.
पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने न सिर्फ़ देश की सुरक्षा को झकझोर कर रख दिया, बल्कि कई परिवारों की खुशियों को भी हमेशा के लिए छीन लिया। उन्हीं में से एक था शुभम द्विवेदी का परिवार। जब शुभम का पार्थिव शरीर उसके घर पहुंचा, तो मानो समय वहीं थम गया। रोते-बिलखते मां-बाप, बेसुध पत्नी और टूटे हुए भाई की चीखें घर की दीवारों से टकराकर बाहर तक गूंज रही थीं।
शुभम की पत्नी एशान्या… जिसने कभी सोचा भी नहीं था कि उसका सुहाग इतने कम समय में उजड़ जाएगा… वो देर तक अपने पति के शरीर को देखती रही, मानो यक़ीन नहीं हो रहा हो। फिर अचानक वो कमरे में गई, और बाहर आई तो उसने शुभम की वही फेवरेट शर्ट पहन रखी थी — जिसे देखकर शुभम की आंखों में हमेशा चमक आ जाती थी। उस शर्ट में लिपटी एशान्या, शुभम के शव से लिपटकर इस कदर रोई कि आसमान भी शायद अपने आंसू रोक न सका। बीच-बीच में वो बेहोश होती रही, और लोग उसे होश में लाने की कोशिश करते रहे। लेकिन कोई क्या करता — उस औरत ने अपना सब कुछ खो दिया था।

शुभम की अंतिम यात्रा में हज़ारों लोग उमड़े। आसपास के जिलों से आए लोग अपने बेटे, अपने भाई, अपने दोस्त को अंतिम सलाम देने पहुंचे। इसी अंतिम यात्रा में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी पहुंचे, जिन्होंने ना सिर्फ़ शुभम के परिवार से मुलाकात की बल्कि उन्हें ढांढस बंधाते हुए पूरे प्रदेश की ओर से सम्मानपूर्वक श्रद्धांजलि अर्पित की। उनकी मौजूदगी ने साफ़ कर दिया कि सरकार इस दुख की घड़ी में मृतक के परिवार के साथ खड़ी है। यही नहीं CM योगी ने साफ़ शब्दों में ये भी कहा कि बेटियों -बहनों का सुहाग उजाड़ने वालों को बक्शा नहीं जाएगा।
इस दर्दनाक हमले के बाद भारत सरकार हरकत में आ गयी है। मंगलवार को जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए इस आतंकी हमले में कुल 26 लोगों की जान चली गई। इसके बाद केंद्र सरकार ने कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) की आपात बैठक बुलाई और पाकिस्तान पर पानी बंद करने जैसे पांच बड़े फैसलों के साथ कड़ी कार्रवाई की घोषणा की है। आने वाले दिनों में और भी कड़े कदम उठाए जाने की तैयारी की जा रही है।