डिजिटल डेस्क- चंदौली के चकिया क्षेत्र में डी.एल.एड तृतीय सेमेस्टर परीक्षा के दौरान बड़ा फर्जीवाड़ा उजागर हुआ है। पुलिस ने परीक्षा पेपर लीक करने के आरोप में एक अभ्यर्थी को रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार युवक की पहचान अभिषेक यादव पुत्र नंदलाल यादव, निवासी दिवाकरपुर पौरा, थाना सकलडीहा, जनपद चंदौली के रूप में हुई है। उसे पुलिस ने आदित्य नारायण राजकीय इंटर कॉलेज, चकिया में परीक्षा के दौरान हिरासत में लिया। पुलिस को अभिषेक के पास से एक मोबाइल फोन बरामद हुआ है, जिसमें परीक्षा से संबंधित प्रश्न पत्र मिला। प्राथमिक जांच में स्पष्ट हुआ कि यह प्रश्न पत्र परीक्षा शुरू होने से आधे घंटे पहले ही लीक किया गया था। पूछताछ के दौरान अभिषेक यादव ने चौंकाने वाला खुलासा किया। उसने बताया कि उसे यह प्रश्न पत्र एक व्यक्ति अरुण के माध्यम से व्हाट्सएप पर मिलता था। अरुण हर पेपर की कॉपी परीक्षा शुरू होने से लगभग 30 मिनट पहले भेज देता था।
प्रति पेपर 2000 रूपए वसूलता था आरोपी
अभिषेक ने बताया कि वह यह प्रश्न पत्र अपने द्वारा बनाए गए 22 सदस्यों के एक व्हाट्सएप ग्रुप में साझा कर देता था। इस सेवा के बदले वह प्रत्येक सदस्य से प्रति पेपर ₹2,000 रुपये वसूलता था। कुछ सदस्य ₹1,000 या ₹1,500 रुपये देते थे, जबकि अभिषेक कुल मिलाकर लगभग ₹10,000 रुपये अरुण को भेज देता था और बाकी रकम अपने पास रख लेता था। अभिषेक और उसके साथियों का तरीका भी काफी संगठित था।

प्रश्न पत्र मिलने के बाद वे मिलकर उत्तर तैयार करते थे, उन्हें चिट या नोट्स के रूप में लिख लेते थे और फिर परीक्षा हॉल में उन चिटों को लेकर प्रवेश करते थे। इस तरह वे परीक्षा में आसानी से नकल कर पास होने की कोशिश करते थे।
पूरे नेटवर्क को खंगालने में जुटी पुलिस
चकिया पुलिस ने आरोपी के मोबाइल फोन को जब्त कर लिया है और अब साइबर सेल की मदद से पूरे नेटवर्क की जांच की जा रही है। पुलिस यह भी पता लगाने में जुटी है कि अरुण नामक व्यक्ति कहां से प्रश्न पत्र लीक करता था और क्या इस मामले में परीक्षा विभाग या अन्य किसी कर्मचारी की संलिप्तता है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि यह डी.एल.एड परीक्षा लीक प्रकरण शिक्षा तंत्र में गहराई तक फैले भ्रष्टाचार की ओर इशारा करता है। आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और जल्द ही इससे जुड़े अन्य लोगों की गिरफ्तारी भी हो सकती है।