भ्रष्टाचारः डीपीआरओ पर करोड़ों के घोटाले की जांच शुरू, सीएम के आदेश पर तीन सदस्यीय टीम सक्रिय

डिजिटल डेस्क- संभल जिला पंचायत राज अधिकारी (डीपीआरओ) उपेंद्र कुमार पांडेय पर एक बार फिर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे हैं। पंचायत निधि और मनरेगा योजना में अनियमितताओं को लेकर भाजपा के वरिष्ठ नेता व गुन्नौर से पूर्व विधायक अजीत कुमार राजू ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से शिकायत की थी, जिसके बाद शासन ने जांच के आदेश दे दिए हैं। बुधवार को तीन सदस्यीय विशेष जांच टीम सम्भल कलेक्ट्रेट पहुंची और दस्तावेजों की जांच शुरू कर दी। आरोप है कि जिले की लगभग हर ग्राम पंचायत में कार्यों के नाम पर भारी कमीशनखोरी और सरकारी धन की बंदरबांट हो रही है।

बिना कमीशन नहीं होता है कोई काम- पूर्व विधायक

पूर्व विधायक अजीत राजू ने कहा कि गांवों में विकास कार्य पूरी तरह ठप हैं। बिना कमीशन कोई काम पास नहीं होता। अधिकारी, कर्मचारी और ठेकेदार मिलकर योजनाओं को लूटने में लगे हैं। यह पहला मौका नहीं है जब डीपीआरओ उपेंद्र पांडेय पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हों। इससे पहले भी उन पर वित्तीय अनियमितताओं के आरोप लगे थे, मगर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो पाई थी। इस बार मुख्यमंत्री स्तर से हुई पहल के बाद उम्मीद जताई जा रही है कि जांच निष्पक्ष होगी और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। सूत्रों के अनुसार, अगर जांच पारदर्शी रही, तो करोड़ों रुपये के घोटाले का खुलासा हो सकता है।

 

भ्रष्टाचार का बड़ा नेटवर्क हो सकता है उजागर

एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि अब तक की जानकारी के अनुसार मामला बेहद गंभीर है और यह भ्रष्टाचार का एक बड़ा नेटवर्क भी उजागर कर सकता है। ग्रामीण इलाकों में इस कार्रवाई को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं। लोग उम्मीद कर रहे हैं कि इस बार भ्रष्टाचार पर वाकई लगाम लगेगी।