रिपोर्ट- मो0 रज़ी सिद्दीकी
उत्तर प्रदेश – बाराबंकी जिले के माध्यमिक विद्यालयों में बच्चों कें अंदर नवाचार लाने के लिए चल रहे मिशन पहचान कार्यक्रम ने अपना अंतिम मुकाम हासिल कर लिया। जिसके तहत ब्लॉक लेवल से शुरू हुई परीक्षा जिले स्तर पर आकर खत्म हुई। जिसमें कक्षा छह से बारह तक के करीब डेढ़ लाख बच्चों में से बेस्ट 22 विद्यार्थियों ने डिस्ट्रिक्ट लेवल पर फर्स्ट और सेकंड रैंक हासिल की। अब यूपी बोर्ड परीक्षा में टॉपर बनाने के लिए मिशन 2024 के तहत इनमें से 10वीं और 12वीं के बच्चों की एक्स्ट्रा तैयारी करवाई जाएगी। जिससे यह बच्चे प्रदेश की मेरिट लिस्ट में शामिल हों और यह साबित करें की सरकारी स्कूल और उनके शिक्षक किसी भी मायने में प्राइवेट स्कूलों से कम नहीं हैं। अगर ऐसा होता है तो बाराबंकी पूरे प्रदेश के लिये मिसाल बनकर उभरेगा। आपको बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी इस पहल की तारीफ करते हुए, इसे पूरे प्रदेश में शुरू करने के निर्देश दे चुके हैं।
उत्तीर्ण होने वाले बच्चों की परीक्षा जिला स्तर पर कराई जाएगी
आपको बता दें कि डीआईओएस ओपी त्रिपाठी ने बाराबंकी के सरकारी और एडेड माध्यमिक विद्यालयों मिशन पहचान नाम की पहल शुरू की थी। जिसके अंतर्गत ब्लॉक लेवल पर स्कूलों में कक्षा 6 से कक्षा 12 तक के बच्चों की परीक्षा करवाई गई। जिसमें पूरे जिले के करीब डेढ़ लाख बच्चों ने हिस्सा लिया था। उस परीक्षा को पास करने वाले बच्चों की परीक्षा आगे चलकर तहसील स्तर पर करवाई गई। तहसील स्तर पर उत्तीर्ण होने वाले बच्चों की परीक्षा जिला स्तर पर लाकर कराई गई। जिसके लिये डेढ़ लख बच्चों में से मात्र 131 बच्चे ही क्वालीफाई कर सके। इन 131 बच्चों में से बेस्ट 22 विद्यार्थियों ने ही डिस्ट्रिक्ट लेवल पर फर्स्ट और सेकंड रैंक हासिल की। जिला स्तर पर फर्स्ट आने वाले 11 और सेकेंड आने वाले 11 मेधावियों को पुरस्कार और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
मिशन 2024 के तहत अब एक्स्ट्रा तैयारी करवाई जाएगी
डीएम सत्येंद्र कुमार, एसपी दिनेश कुमार सिंह, सीडीओ एकता सिंह और डीआईओएस ओपी त्रिपाठी ने पुरुस्कार के तौर पर फर्स्ट आने वाले मेधावियों को साइकिल और सेंकेंड आने वाले मेधावियों को बैग देकर उनका उत्साह वर्धन किया। साइकिल और बैग पाकर बच्चों के चेहरे खिल उठे। बच्चों ने कहा कि मिशन पहचान परीक्षा के चलते उनके अंदर आत्मविश्वास काफी बढ़ा है। वहीं मिशन पहचान के तहत सरकारी और एडेड विद्यालयों के 10वीं और 12वीं के जिन बच्चों ने अच्छा प्रदर्शन किया है। बोर्ड परीक्षा में टॉपर बनाने के लिए मिशन 2024 के तहत अब उन्हें एक्स्ट्रा तैयारी करवाई जाएगी। जिससे सरकारी विद्यालय के यह बच्चे मेरिट लिस्ट में शामिल हों और पूरे प्रदेश में बाराबंकी जिले का नाम रोशन करें। इसके साथ ही बाराबंकी के सरकारी और एडेड विद्यालयों के बच्चे यह साबित करें कि सरकारी स्कूल और उनके शिक्षक किसी भी मायने में प्राइवेट स्कूलों से कम नहीं हैं।
शिक्षित करने के साथ-साथ बच्चों के चौमुखी विकास
दरअसल बाराबंकी के डीआईओएस ओपी त्रिपाठी द्वारा शुरू किया नवाचार मिशन पहचान सरकारी और एडेड माध्यमिक विद्यालयों के बच्चों के लिये एक वरदान साबित हो रहा है। इसके तहत सरकारी स्कूलों के बच्चों को शिक्षित करने के साथ-साथ उनका चौमुखी विकास भी किया जा रहा है। जिले के बच्चे पढ़ाई के साथ-साथ प्रतियोगी परीक्षाओं में भी अपने जिले सहित प्रदेश का नाम रोशन कर सकें, इसके लिए उन्हें तैयार किया जा रहा है। इसी का नतीजा है कि माध्यमिक स्कूलों के बच्चों में प्रतियोगी परीक्षाओं के प्रति उत्साह तो बढ़ा ही साथ ही उनकी नींव भी मजबूत होने लगी है। इसके अलावा बच्चे के ज्ञान के साथ-साथ गुरु की पहचान भी होने लगी है। बाराबंकी के डीआईओएस ओपी त्रिपाठी ने बताया कि बच्चों में इस परीक्षा के लिए गजब का उत्साह देखने को मिला है। अब उनका लक्ष्य सरकारी स्कूलों के बच्चों को प्रदेश की मेरिट लिस्ट में टॉप 10 बनाना है। जिससे यह मिथक टूट सके कि सरकार स्कूल के बच्चे कुछ नहीं कर सकते।