बाराबंकी पुलिस अब माफिया डॉन मुख्तार अंसारी पर अपना शिकंजा और कसने जा रही है। इसके लिए मुख्तार के खिलाफ गैंगस्टर केस में पुलिस चार्जशीट दाखिल करने की कवायद में जुट गई है। साथ ही इस मामले में फैसला जल्द हो सके, इसके लिये इस केस को फास्ट ट्रैक कोर्ट में ले जाया जाएगा। वहीं पुलिस मुख्तार गैंग के आठ दूसरे लोगों के द्वारा अपराध से बनाई गई संपत्तियों का ब्योरा भी जुटा रही है। जिससे उसे कुर्क किया जा सके। अभी तक बाराबंकी पुलिस गैंग के चार बदमाशों की 50 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति कुर्क करने की कार्रवाई कर चुकी है। आपको बता दें कि मुख्तार फर्जी एंबुलेंस मामले में बाराबंकी पुलिस पहले ही चार्जशीट दाखिल कर चुकी है।
बता दें कि बांदा जेल से पहले मुख्तार अंसारी पंजाब की रोपड़ जेल में करीब 26 महीने तक बंद रहा था। वह यहां की जेल से पेशी पर जाने के लिए बाराबंकी एआरटीओ आफिस में फर्जी कागजों से रजिस्टर्ड निजी एंबुलेंस का सहारा लेता था। मुख्तार की उस फर्जी एंबुलेंस का नंबर यूपी 41 एटी 7171 था। वहीं 31 मार्च 2021 को पहली बार यह मामला सामने आने के बाद बाराबंकी के तत्कालीन एआरटीओ पंकज सिंह ने शहर कोतवाली में मुख्तार अंसारी समेत मऊ की संजीवनी अस्पताल की संचालिका डॉ. अलका राय और कई दूसरे लोगों पर केस दर्ज कराया था। इस मामले में पुलिस ने 13 लोगों को आरोपी बनाया। इस मामले में सभी आरोपियों को जेल भेजकर चार अप्रैल 2021 को चार्जशीट भी कोर्ट में दाखिल की जा चुकी है।
इसके अलावा ही 27 मार्च 2022 को मुख्तार अंसारी और उसके 13 गुर्गों पर बाराबंकी में तत्कालीन शहर कोतवाल सुरेश पांडेय ने गैंगस्टर का केस भी दर्ज किया। इस केस की जांच देवा के कोतवाल पंकज कुमार सिंह कर रहे हैं। गैंगस्टर के इस मामले में डॉ. अलका राय, अफरोज और शाहिद की करोड़ों की संपत्ति कुर्क हो चुकी है। अब गैंगस्टर केस में पुलिस चार्जशीट जल्द ही दाखिल करेगी। इसके लिए देवा कोतवाल पंकज कुमार सिंह ने एसपी दिनेश कुमार सिंह से अनुमति मांगी है। चार्जशीट दाखिल करने के साथ ही पुलिस केस में बाकी नौ गुर्गों की संपत्ति भी तलाश कर रही है। ताकि गैगस्टर एक्ट की धारा 14 (1) के तहत उनकी संपत्ति भी कुर्क की जा सके।
वीओ- बाराबंकी के एसपी दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि माफिया डॉन मुख्तार अंसारी और उसके साथियों पर दर्ज गैंगस्टर के मामले में चार्जशीट जल्द ही दाखिल की जाएगी। उन्होंने बताया कि इस मामले की सुनवाई जल्द से जल्द ही पूरी हो, इसके लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट में केस चलाया जाएगा। साथ ही गैंग के बाकी लोगों के द्वारा अपराध से बनाई गई संपत्ति का ब्योरा भी खंगाला जा रहा है। उसे भी कुर्क किया जाएगा।
ये भी पढें-लखनऊ: सेना की मध्य कमान की ओर से राजधानी में मनाया गया विजय दिवस