डिजिटल डेस्क- उत्तर प्रदेश में मतदाता सूची से बड़े पैमाने पर नाम काटे जाने के मुद्दे पर समाजवादी पार्टी (सपा) ने निर्वाचन आयोग के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। सपा का आरोप है कि 2022 के विधानसभा चुनाव में यादव, मुस्लिम, मौर्या, बघेल, प्रजापति जैसी पिछड़ी जातियों के 18,000 मतदाताओं के नाम गलत तरीके से मतदाता सूची से हटाए गए। इस संबंध में शपथ पत्र सहित लिखित शिकायत देने के बावजूद कोई कार्रवाई न होने से नाराज सपा की महिला सभा ने जिला अधिकारी के माध्यम से निर्वाचन आयोग को ज्ञापन सौंपकर दोषी अधिकारियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग की है।

मांगें पूरी न हुई तो होगा उग्र आंदोलन
सपा ने चेतावनी दी है कि यदि मांगें पूरी न हुईं तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा। आपको बता दें कि समाजवादी पार्टी के सैकड़ों कार्यकर्ता और महिला सभा की सदस्यों ने सरकार और निर्वाचन आयोग के खिलाफ नारेबाजी करते हुए बांदा के जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर अपना ज्ञापन सौंपा। कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि निर्वाचन आयोग ने उनकी शिकायतों पर अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया।

वोट बैंक कमजोर करने की कोशिश
सपा नेताओं ने कहा कि मतदाता सूची से नाम काटने की यह साजिश उनकी पार्टी के वोट बैंक को कमजोर करने की कोशिश है। प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी कि यदि दोषी अधिकारियों को तत्काल दंडित नहीं किया गया तो सपा पूरे प्रदेश में बड़े पैमाने पर आंदोलन शुरू करेगी।