आज़म खान ने तोड़ी चुप्पी: “जेल में मुझे या बेटे को स्लो पॉइजन नहीं दिया गया”

डिजिटल डेस्क- समाजवादी पार्टी (सपा) के वरिष्ठ नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री आज़म खान ने सोमवार को जेल में उन्हें और उनके बेटे अब्दुल्ला को स्लो पॉइजन दिए जाने के दावे पर सफाई दी। दिल्ली से रामपुर लौटने के बाद आज़म खान ने स्पष्ट किया कि उन्हें किसी तरह का धीमा ज़हर नहीं दिया गया था। उन्होंने कहा कि मुख्तार अंसारी की जेल में मौत के बाद वे खाने-पीने को लेकर सतर्क जरूर हो गए थे, लेकिन इसे साजिश कहना गलतफहमी है। आज़म खान ने कहा कि शाहिद सिद्दीकी अच्छे नेता हैं, लेकिन शायद उन्हें मेरी बात समझने में चूक हुई। मैंने अपने बारे में ऐसा कभी नहीं कहा। जेल में स्लो पॉइजन जैसी कोई बात नहीं थी।

जेल का अनुभव और बिगड़ी सेहत

23 महीने सीतापुर जेल में बिताने वाले आज़म खान ने अपनी कठिनाइयों का ज़िक्र किया। उन्होंने बताया कि छोटी सी कोठरी में रहने से उनकी सेहत बिगड़ गई। खान बोले कि दोपहर में एक पतली रोटी खाता था, रात में आधी-पौन रोटी। नींबू का अचार बनाकर उसी से रोटी खा लेता था। वह दौर बहुत कठिन था। अब मेरी प्राथमिकता सेहत को ठीक करना है।

अखिलेश यादव की रामपुर यात्रा पर टिप्पणी

सपा प्रमुख अखिलेश यादव के 8 अक्टूबर को रामपुर आने की खबर पर आज़म खान ने हल्के अंदाज़ में कहा कि हमें तो अखबारों से ही पता चला। हम तो छोटी-सी गली में रहते हैं, जहां पानी भर जाता है। बड़े लोग आएंगे तो अच्छा लगेगा। हर बड़े आदमी का स्वागत है।

104 केस और लंबी कैद के बाद रिहाई

आज़म खान पर 104 मुकदमे दर्ज हैं। 20 सितंबर को रामपुर कोर्ट से कुछ धाराएं खारिज होने के बाद 23 सितंबर को उनकी रिहाई हुई। रिहाई के बाद वे इलाज के लिए दिल्ली गए और सोमवार को रामपुर लौटे।