बस्ती पुलिस का जुल्म ए सितम, बच्चें पर गैंगस्टर का एक्शन!

रिपोर्ट: शैलेन्द्र कुमार

बस्ती: पुलिस अपने कारनामे को लेकर एक बार फिर से चर्चा में है और इस बार ऐसा वैसा कारनामा नहीं बल्कि अजब गजब का कारनामा है जिसको लेकर पुलिस की कार्यशैली पर बड़ा सवाल खड़ा हो रहा है। कहते हैं पुलिस अगर अपने पर आ जाए तो सांप को रस्सी और रस्सी को सांप बना सकती है। कुछ ऐसा ही कारनामा बस्ती पुलिस ने कर दिखाया और एक नाबालिक पांचवी क्लास के बच्चे को गैंगस्टर का मुजरिम बनाते हुए उसका जीवन बर्बाद कर दिया। पुलिस दावा कर रही हैं कि नाबालिक बच्चा चोरी की कई घटनाओं में लिप्त था मगर नाबालिग पर गैंगस्टर की कार्रवाई करने के सवाल पर पुलिस के पास कोई जवाब नहीं है।

 मासूम को बना दिया गैंगस्टर 

कोतवाली थाना क्षेत्र के मनहन डीह गांव के रहने वाले और पेशे से चाय व्यवसाई विनोद गुप्ता ने मुख्यमंत्री डीजीपी एसपी और मानवाधिकार आयोग को पत्र भेजकर आरोप लगाया है कि उनके नाबालिग बेटे सोनू जिसकी उम्र 15 वर्ष है को पुलिस ने फर्जी आरोप लगाकर गैंगस्टर का मुजरिम बना दिया और कई मुकदमे भी लाद दिया है। पुलिस के टॉर्चर से उनका बेटा मानसिक संतुलन खो बैठा है और अजीबोगरीब हरकतें करता है। विनोद का आरोप है कि पूरा मामला 27 जुलाई 2022 का है जब अचानक से उनके घर कई पुलिसवाले आ धमके और उनके बेटे को जबरन उठाकर ले गए। इसके बाद जब वे भी कोतवाली गए तो वहां पुलिसकर्मियों ने उनसे 50000 के रिश्वत की मांग की लेकिन जब वे रिश्वत देने में सक्षम नहीं हुए तो उनके बेटे के खिलाफ चोरी का मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेज दिया गया। विनोद का कहना है कि पुलिसकर्मियों से उन्होंने कई बार गुहार लगाई कि उनका बेटा नाबालिक है और वह 50000 की रकम नहीं दे सकते हैं लेकिन पुलिस वाले नहीं माने और कहा कि जब तक पैसा नहीं दोगे तुम्हारे बेटे को छोड़ा नहीं जाएगा। इसके बाद थक हार कर किसी तरीके से 20000 का इंतजाम करके पुलिस वालो को दे दिया.बावजूद इसके उनके बेटे के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेज दिया गया। इसके बाद 9 नवंबर 2022 को उनके बेटे के खिलाफ कोतवाली पुलिस ने गैंगेस्टर लगा दिया, जिसकी जानकारी होने पर उन्होंने आला अधिकारियों को इस प्रकरण से अवगत कराया है।

पिता का कहना हैं

विनोद का कहना है कि उनका बेटा सोनू नाबालिग है, वह पांचवी क्लास का छात्र है और उसका जन्म तिथि 12 सितंबर 2009 है। बताया कि जब उनका बेटा जेल से छूटकर घर आया है तब से उसका दिमागी संतुलन बिगड़ गया है और वह अजीबोगरीब हरकतें करने लगा है। पीड़ित सोनू के पिता विनोद ने बताया कि उनके बेटे को थर्ड डिग्री का टॉर्चर दिया गया है। कोतवाली में ले जाकर उसके गुप्तांग में स्टंप डाला गया जिसके बाद वह पुलिस को देखते ही काफी घबरा जाता है।

एएसपी ने बतााया

इस पूरे मामले को लेकर एडिशनल एसपी दीपेंद्र नाथ चौधरी ने बताया कि सोनू नाम का एक लड़का चोरी के मामले में जेल गया था उस पर कई मुकदमा दर्ज किया गया हैं, रही बात गैंगस्टर लगाने की तो इस बात की जांच कराई जा रही है अगर सोनू नाबालिक है तो यह कार्रवाई रोक दी जाएगी और गैंगस्टर एक्ट हटा दिया जाएगा, ऐसे में पुलिस की बर्बरता को लेकर एडिशनल एसपी कोई माकूल जवाब नहीं दे सके और न ही अपने मातहतों पर किसी कार्यवाही की बात कही.