अखिलेश-आंबेडकर फोटो विवाद, भाजपा ने खोला अखिलेश के खिलाफ मोर्चा तो वहीं मायावती भी अखिलेश पर भड़कीं

SHIV SHANKAR SAVITA- पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का फोटो विवाद गहराता जा रहा है। अखिलेश के इस फोटो विवाद में भारतीय जनता पार्टी जहां पूरी तरह अखिलेश यादव पर हावी है तो वहीं पूर्व मुख्यमंत्री व बसपा प्रमुख भी अखिलेश के इस कृत्य पर भड़के अंदाज में नजर आ रही हैं।

बीजेपी ने इस मामले में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर चौतरफा हमला बोल दिया है। योगी सरकार में मंत्री से लेकर सांसद-विधायकों ने इसे बाबा साहेब और उनके अनुयायियों का अपमान बताया। वहीं दूसरी तरफ बीजेपी संगठन की तरफ से आज पूरे प्रदेश में लखनऊ सहित सभी जिला मुख्यालयों पर विरोध प्रदर्शन का ऐलान कर दिया गया है। इस फोटो विवाद में मायावती ने सपा और कांग्रेस को कठघरे में रखते हुए चेतावनी जारी की है कि  सपा और कांग्रेस इस बात का विशेष ध्यान रखे कि बाबा साहेब का अपमान न हो नहीं तो बीएसपी इनके खिलाफ सड़कों पर उतर सकती है।

क्या है फोटो विवाद

दरअसल सपा दफ्तर के सामने एक पोस्टर लगाया गया जिसमें एक तस्वीर में आधा चेहरा बाबा साहेब डॉ भीमराव अंबेडकर का है, जबकि आधा चेहरा अखिलेश यादव का दिखाया गया है। इस पोस्टर को लेकर बवाल मच गया। बीजेपी सरकार में डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक, मंत्री असीम अरुण, विधान परिषद सदस्य डॉ. लालजी प्रसाद निर्मल, राज्य सभा सदस्य बृजलाल, बीजेपी विधायक मीनाक्षी सिंह और प्रो. श्याम बिहारी लाल समेत कई नेताओं ने घोर निंदा की है। बीजेपी के तमाम नेताओं ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के कृत्य को बेहद शर्मनाक बताया।

मायावती ने एक्स पर पोस्ट करते हुए सपा को चेताया

मायावती ने सोशल नेटवर्किंग साइट एक्स पर लिखा कि पहलगाम आतंकी हमले को लेकर सभी पार्टियों को एकजुट होकर सरकार के हर कदम के साथ खड़े होना चाहिए, ना कि इसकी आड़ में पोस्टरबाजी व बयानबाजी आदि के जरिए घिनौनी राजनीति की जानी चाहिए, क्योंकि इससे लोगों में कन्फ्यूज़न पैदा हो रहा है, जो देशहित में ठीक नहीं। साथ ही, इस प्रकरण में भारतीय संविधान के निर्माता परमपूज्य बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर का भी अपमान कतई ना किया जाए। ख़ासकर सपा व कांग्रेस को इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए, वरना बीएसपी इनके विरुद्ध सड़कों पर भी उतर सकती है।