श्रद्धालुओं से भरे ट्रैक्टर-ट्रॉली को ट्रक ने मारी जोरदार टक्कर, 2 की मौत, 15 गंभीर घायल

सिद्धार्थ द्विवेदी- हमीरपुर जिले में ट्रैक्टर-ट्राॅली में बैठकर सफर करने का नजारे हुए आम होते जा रहे हैं। जिले के  प्रमुख चौराहों पर सुबह से शाम तक ट्रैक्टर-ट्राॅली में बैठकर लोग कर रहे आवाजाही बिना किसी रोकटोक के कर रहे हैं। जनपद में हो रहे सड़क हादसों से सबक यातायात पुलिस विभाग भी  नहीं ले रहा है। बीती रविवार की रात ट्रैक्टर-ट्राली सड़क हादसे में दो दर्जन से अधिक लोग हुए घायल दो की मौत हो गई,  जिसके बाद भी यातायात पुलिस लापरवाही बरत रही है। खतरे के इस सफर से यातायात विभाग अनजान बना हुआ है। हमीरपुर में खतरे के बीच सफर कर रहे इन लोगों को खुद कोई परवाह नहीं होती। बच्चों की फिक्र भी नजर नहीं आती। महत्वपूर्ण बात यह है कि चौराहे पर मौजूद यातायात पुलिसकर्मी भी इन्हें रोकना-टोकना जरूरी नहीं समझते।यह हाल तब है जब उत्तर प्रदेश मुख्य मंत्री ने टैक्टर ट्राली से सफर करने पर रोक लगाई थी।

घायलों को इलाज के लिए अस्पताल ले जाते लोग

मुंडन संस्कार कराकर

बीती रविवार की रात टैक्टर ट्राली में डंफर ट्रक की टक्कर के बाद ट्राली में बैठे 25 श्रद्धालु घायल हो गए जिसमें 2 की मौत हो गई। इतने हादसों के बाद यातायात अभियान के नाम पर बस खानापूर्ति करने वाली यातायात पुलिस कभी सजग नहीं दिखती। रविवार की रात करीब 11 बजे मौदहा के नारायच गांव के पास NH 34 में चित्रकूट से बच्चों के मुंडन संस्कार कराकर अपने घर वापस जा रहे एक ट्रैक्टर-ट्राॅली में महिलाएं और बच्चों को मिलाकर लगभग 25 लोग सवार थेे। तभी अचानक महोबा की तरफ से हमीरपुर आ रहे तेज रफ्तार डंफर ट्रक ने टैक्टर ट्राली को अचानक टक्कर मार दी,जिसके बाद सभी घायलों को मौदहा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया, जहां से गंभीर रूप से घायल 15 श्रद्धालुओं को हमीरपुर जिला अस्पताल रेफर किया गया। हमीरपुर जिला अस्पताल में गंभीर घायल को कानपुर के लिए रेफर कर दिया गया, जहां युवक की इलाज के दौरान मौत हो गई। वहीं इस सड़क दुर्घटना में एक श्रद्धालु की मौके पर मौत हो गई। सड़क दुर्घटनाओं में लोगों की जान जाना तो आम बात सी हो गई है,जिसके बाद भी हमीरपुर में टैक्टर ट्राली सफर बंद नहीं हो रहा है।

घटनास्थल पर मौजूद एंबुलेंस और पुलिस

पूर्व में भी हो चुकी है बड़ी घटनाएं

03 अप्रैल को इटावा में ब्रह्माणी देवी मंदिर से दर्शन कर लौट रहे श्रद्धालुओं की ट्रैक्टर-ट्रॉली पलटने से 18 लोग घायल हो गए, जिनमें से पांच की हालत गंभीर हो गई थी। 08 मई को बहराइच में मुंडन संस्कार में शामिल होने जा रहे लोगों की ट्रैक्टर-ट्रॉली स्टीयरिंग फेल होने के कारण पलट गई, जिससे एक व्यक्ति की मौत हो गई और सात अन्य घायल हो गए। 16 अक्टूबर 2024 को झांसी में मुंडन संस्कार में शामिल होने जा रहे लोगों की ट्रैक्टर-ट्रॉली स्टेयरिंग फेल होने के कारण पलट गई, जिससे एक व्यक्ति की मौत हो गई और सात अन्य घायल हो गए। वहीं 1 अक्टूबर 2022 को श्रद्धालुओं से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉली तालाब में गिरने से 11 बच्चों समेत 26 लोगों की मौत हो गई थी।