शामली में रेल पलटाने की नापाक साजिश, अराजकतत्वों ने ट्रैक पर बिछाये पत्थर और लोहे की पाइप

डिजिटल डेस्क- शामली में अराजकतत्वों के रेल पलटाने की साजिश को ट्रेन ड्राइवर ने सूझबूझ का परिचय देते हुए नाकाम कर दिया। ट्रेन चालक की सूझबूझ से एक बड़ा हादसा टल गया। घटना के बाद पुलिस और रेलवे अधिकारियों में हड़कंप मच गया। दिल्ली के अधिकारियों ने स्थानीय रेलवे अधिकारियों से भी मामले की जानकारी ली है।

इमरजेंसी ब्रेक लगने से दहशत में आ गए यात्री

बता दें कि शनिवार की देर रात बलवा गांव के पास ट्रेन के इमरजेंसी ब्रेक लगाने से रेल यात्री दहशत में आ गए। झटके लगे तो सभी यात्री परेशान हो गए। ट्रेन चालक की सूचना पर आरपीएफ और जीआरपी के साथ स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंच गई। सूचना मिली तो रेल अधिकारियों में हड़कंप मच गया। आनन फानन में रेल अधिकारियों ने मौके पर पहुंच घटना की जानकारी जुटाई।

निरीक्षण करते अधिकारी

ट्रैक पर रखा 10 फीट लंबा सीमेंट का पाइप और 15 फीट लंबा लोहे का पाइप

जानकारी के मुताबिक अज्ञात लोगों ने ट्रैक पर करीब 10 फीट लंबा सीमेंट का पाइप और 15 फीट लंबा लोहे का पाइप रख दिया था। साथ ही ट्रैक पर कई पत्थर भी पाए गए. लेकिन ट्रेन ड्राइवर ने समय रहते ब्रेक लगाकर एक बड़े हादसे को टाल दिया। घटना की सूचना मिलते ही एसपी राम सेवक गौतम व जीआरपी पुलिस मौके पर पहुंची। अधिकारियों ने ट्रैक से भारी मलबा हटाया और करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद ट्रेन को फिर से रवाना किया। ट्रेन में सवार सैकड़ों यात्रियों ने राहत की सांस ली।

ट्रेन ड्राइवर की सूझबूझ से टला बड़ा हादसा

ट्रेन ड्राइवर की सतर्कता और सूझबूझ से बड़ा हादसा टल गया। ट्रेन ड्राइवर की वजह से सैकड़ों लोगों की जान बच सकी। इस घटना के बाद से रेलवे प्रशासन और पुलिस विभाग सतर्क हो गया है और ट्रेनों की सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया जा रहा है।

जहां रची गई साजिश वहां से 100 मीटर की दूरी पर तैनात रहती है डायल 112

स्थानीय लोगों ने बताया कि इस क्षेत्र में अक्सर नशेड़ी लोग आते हैं और ट्यूबवेल के पास बैठकर शराब पीते हैं। कई बार पुलिस को जानकारी दी गई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। खास बात यह है कि जहां यह साजिश रची गई, वहां से कुछ ही दूरी पर डायल 112 की गाड़ी खड़ी रहती है। ट्यूबवेल मालिक मौसम चौधरी और बाग ठेकेदार ताहिर ने भी कैमरे के सामने बताया कि यह इलाका अब असुरक्षित होता जा रहा है. रेलवे और पुलिस अधिकारियों ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच तेज कर दी है. हालांकि कैमरे के सामने किसी भी बड़े अधिकारी ने बयान देने से इनकार कर दिया।